प्रदेश भाजपा ने 400 करोड़ के पानी टैंकर घोटाले को लेकर दिल्ली सरकार को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। इस घोटाले को लेकर भाजपा जागरण अभियान के साथ ही एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाएगी। इस अभियान में जनता को पानी टैंकर घोटाले के बारे में जानकारी दी जाएगी और मामले की सीबीआइ जांच के लिए जन समर्थन जुटाया जाएगा। लोगों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को एक ज्ञापन सौंपकर 400 करोड़ रुपए के पानी टैंकर घोटाले के साथ ही दिल्ली जल बोर्ड के कामकाज की भी सीबीआइ जांच की मांग की जाएगी।

प्रदेश भाजपा के महामंत्रियों आशीष सूद और रेखा गुप्ता ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली जल बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है और पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार की तरह केजरीवाल सरकार भी अधिकारियों और ठेकेदारों के मिलीभगत से चल रहे भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रही है।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने का ढोंग करके सत्ता में आई थी। उसके भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की पोल तो दिसंबर 2013 में ही खुल गई थी, जब उसने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन अब जिस तरह अपनी सरकार के ही मंत्री कपिल मिश्र की बनाई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट और 28 अगस्त 2015 के पत्र में मंत्री की संस्तुति के बाद भी मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड में हुए 400 करोड़ के पानी के टैंकर घोटाले के दोषियों को बचा रहे हैं उससे यह साबित हो गया है कि घोटाले को दबाने में केजरीवाल सरकार का भी स्वार्थ है।

सूद ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले जितने दोषी हैं उतने ही दोषी वे भी हैं जो उसकी जांच नहीं करा के दोषियों को बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार हर छोटी-बड़ी बात पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाती है ऐसे में वह दिल्ली जल बोर्ड के भ्रष्टाचार खासकर, पानी टैंकर घोटाले पर चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाए। इस विशेष सत्र में नेता प्रतिपक्ष को पहले दिल्ली जल बोर्ड पर आरोप पत्र रखने का मौका दिया जाए और फिर सरकार बताए कि जल बोर्ड में घोटाले हो रहे हैं या नहीं? महामंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड एक सफेद हाथी है जो शीला सरकार के समय से ही भ्रष्टाचार का बड़ा केंद्र रहा है। इसके कर्मचारी, अभियंता और अधिकारी निरंकुश हैं। चाहे सीवर लाइन डालने का काम हो या पानी की लाइन बिछाने का, हर काम में अधिकारी और ठेकेदार मिलकर दिल्ली की जनता को चूना लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में मुफ्त पानी देने का सपना दिखाकर सत्ता में आई। आज भी वह मुफ्त पानी देने या बिल माफ करने के दावे कर रही है, लेकिन उसके हर दावे की पोल उन खबरों ने खोल दी है, जिनमें साफ दिख रहा है कि राजधानी के लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने कुछ दिन पहले 429 नए वॉटर टैंकरों को हरी झंडी दिखाते हुए दावा किया था कि अब दिल्ली में पानी की समस्या नहीं होगी, लेकिन ये टैंकर आम आदमी को नहीं बल्कि कुछ खास लोगों को पानी उपलब्ध कराने में लगे हैं।