मध्य प्रदेश के भोपाल नगर निगम चुनाव की पहले चरण की मतगणना रविवार को पूरी हो गई। इन परिणामों के साथ भोपाल में एक दिलचस्प जीत सामने आई। जीत के बाद प्रत्याशी का पति बाबू मस्तान दूल्हे के लिबास में अपनी पत्नी के साथ जीत का प्रमाण पत्र लेने मतगणना केंद्र पहुंचा। बीजेपी ने बाबू मस्तान को हिस्ट्रीशीटर बताकर उसकी पत्नी का टिकट काट दिया था। हिस्ट्रीशीटर की पत्नी ने 3060 मतों से निर्दलीय जीत दर्ज की है।

बता दें, हिस्ट्रीशीटर बाबू मस्तान की उम्र 58 साल है। बाबू मस्तान का नाम गुंडा सूची में दर्ज है। इसी कारण बीजेपी ने बाबू मस्तान की पत्नी मसर्रत को पार्षद चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया था, लेकिन मसर्रत ने हारी नहीं मानी और निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।

बाबू मस्तान और मसर्रत को दूल्हा-दुल्हन के लिबास में देखकर मतगणना स्थल पर अधिकारी-कर्मचारी भी हैरान रह गए। बाबू मस्तान को सट्‌टा किंग के नाम से भी जाना जाता है। मस्तान पर ऐशबाग सहित शहर के कई थानों में मामला दर्ज है। उसके खिलाफ जिला बदर की भी कार्रवाई हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक रेल चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद बाबू मस्तान ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

वक्त के साथ-साथ मस्तान ने राजनीति में कदम रखा। कांग्रेस के बाद वो भाजपा में शामिल हो गया। पिछली बार सीट महिला के लिए आरक्षित थी, लेकिन इस बार अनारक्षित थी। जिसकी वजह से बाबू और उसकी पत्नी दोनों चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन बाद में बाबू मस्तान खुद चुनाव नहीं लड़ा।

बाबू मस्तान इंद्रा कॉलेनी के बाग उमराव दूल्हा का रहने वाला है। मस्तान का भांजा जुबेर शहर का कुख्यात बदमाश है। भोपाल के चर्चित मेवाती हत्याकांड में हिस्ट्रीशीटर मस्तान का भाई अकरम आरोपी रहा है। करीब 3 साल पहले अतिक्रमण की वजह से बाबू मस्तान के आवास को प्रशासन ने गिरवा दिया था।

भाजपा ने आसिफ अकील को दिया था टिकट
बता दें कि नरेला विधानसभा क्षेत्र के वॉर्ड 40 से बाबू मस्तान की पत्नी मसर्रत का टिकट बीजेपी ने आखिरकार काट दिया था। भाजपा ने यहां से आसिफ अकील को उतारा था। एशबाग और अशोकागार्डन थाना क्षेत्र में बाबू मस्तान का नाम सट्टा किंग से चलता है। इससे पहले साल 2019 में बाबू को जिलाबदर भी किया जा चुका है।