उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है। प्रदेश चुनावों को लेकर आज गठबंधन पर अहम बैठक हुई, जहां तय हुआ कि निषाद पार्टी का बीजेपी में विलय नहीं होगा बल्कि साथ चुनाव लड़गे, इसके अलावा अनुप्रिया पटेल भी बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। लखनऊ में केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भाजपा का निषाद पार्टी के साथ गठबंधन है। हम 2022 का विधानसभा चुनाव और ताकत के साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अपना दल भी हमारे साथ जुड़ा है। मेरा विश्वास है कि भाजपा 2022 के चुनाव में हर समाज को गहराई से साथ लेने में सफल होगी।
बताते चलें कि पिछले दिनों निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने यूपी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर संकल्प यात्रा की शुरुआत की थी। यात्रा के दौरान उन्होंने दावा किया था कि वह बीजेपी से 100 से ज्यादा सीटों की मांग करेंगे, हालांकि यह जानकारी नहीं लग पाई है कि निषाद पार्टी की तरफ से अब कितनी सीटों की मांग की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही थी कि आज सीटों का ऐलान भी हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चुनाव प्रभारी नियुक्त होने के बाद धर्मेंद्र प्रधान 22 सितंबर को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पहुंचे थे। इस बैठक में उन्होंने साफ कहा कि चुनाव प्रभारी यहां केवल मदद के लिए आए हैं। चुनाव जिताने का काम सीएम योगी, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह औप उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जैसे नेताओं की ही होगी। उन्हीं की अगुवाई में यह चुनाव लड़े जाएंगे। प्रधान के अनुसार सूबे में कानून व्यवस्था में सुधार से लेकर कोरोना महामारी के प्रबंधन में योगी सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘हम किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, चाहे वह एमएसपी पर कृषि उपज खरीद हो, जैविक खेती को बढ़ावा देना हो या कृषि विपणन बुनियादी ढांचे पर 1 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का। मुझे लगता है कि बीजेपी पर किसानों, खासकर छोटे किसानों का आशीर्वाद है। इसके अलावा यूपी बीजेपी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि बीजेपी 2022 का विधानसभा चुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निषाद पार्टी के साथ मिलकर लड़ेगी।
वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी भी छोटे दलों से गठबंधन का दावा कर रही है। कई छोटे दलों से वह बातचीत की स्टेज में हैं लेकिन अभी तक गठबंधन या सीट बंटवारे का ऐलान नहीं हुआ है। तीसरा धड़ा ओपी राजभर की अगुवाई में ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ बनाया गया है जिसमें ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर के साथ आने के अनुमान जताए जा रहे हैं।