राजनीति में कोई कुछ भी कर सकता है या यूं कहें कि कुर्सी की चाहत कैंडीडेट को झुका सकती है। कुछ ऐसा ही नजारा छत्तीसगढ़ में देखने को मिला। जहां चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार ने अपने ही प्रतिद्वंदी के पैर छू लिए। ऐसा दृश्य शायद ही किसी ने देखा हो। दरअसल, राज्य की अहिवारा विधानसभा सीट पर लड़ रहे दोनों उम्मीदवारों को रिश्ता ही खास है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ने कांग्रेसी नेता के पैर छू लिए।
बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच गुरु और शिष्य का रिश्ता है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले गुरु रुद्र कुमार को बीजेपी प्रत्याशी ने हराया था। लेकिन बीजेपी ने इस बार इसी सीट के विधायक को टिकट ही नहीं दिया। भाजपा का टिकट मिला गुरु के शिष्य सांवलाराम डाहरे को। शुक्रवार को प्रचार के लिए निकले गुरु रुद्र कुमार का सामना अचानक अपने शिष्य सांवलाराम डाहरे से हो गया।
डाहरे की नजर जैसे ही गुरु रुद्र कुमार पर पड़ी, उनके पास जाकर उन्होंने पैर छुए। इस दौरान सांवलाराम डाहरे ने अपने गुरु से जीत का आशीर्वाद मांगा। गुरु भी बात सुन तुरंत डाहरे के सिर पर हाथ रखते हुए ‘विजयी हो’ का आशीर्वाद दे डाला।
वहीं, राज्य में होने वाले चुनाव में बसपा के साथ चुनाव लड़ने उतरे अजीत जोगी ने बड़ा बयान दिया था। जोगी ने कहा था कि अगर चुनाव में किसी को भी बहुमत नहीं मिला तो वह बीजेपी के साथ आ सकते हैं। इस दौरान ही उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें, छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव हो चुका है। दूसरे चरण के लिए वोटिंग 20 नवंबर को होनी है। मतगणना 11 दिसंबर को होगी।