लोकसभा चुनाव 2024 में मेरठ से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल का एक पोस्ट उनके लिए मुसीबत बन गया। उन्होंने रविवार की सुबह सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर एक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने लिखा, “जब किसी का दोहरा चरित्र सामने आता है तो उससे अधिक स्वयं पर क्रोध आता है कि हमने कैसे आंख बंद करके ऐसे इंसान पर भरोसा किया। जय श्रीराम।” इस पोस्ट में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिखा था, लेकिन उनका यह पोस्ट सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया। पोस्ट होते ही लोगों ने इसे वायरल कर दिया। बड़ी संख्या में लोगों ने अरुण गोविल को ट्रोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद अरुण गोविल ने इसे डिलीट कर दिया। इस पोस्ट के पीछे उनकी मंशा क्या थी, यह उन्होंने नहीं बताई और न ही कोई बयान दिया है।

चुनाव में बाहरी होने का लगाया जा रहा था आरोप

अरुण गोविल मुंबई में रहते हैं और चुनाव के लिए वे मेरठ में रुके थे। यहां एक फार्म हाउस में वे टिके थे। वह मेरठ के सर्कुलर रोड पर पत्नी श्रीलेखा के साथ रह रहे थे। शनिवार की सुबह वह यहां से चले गये। उनका कामकाज यहां उनके मीडिया प्रभारी अमित शर्मा देख रहे थे। अरुण गोविल के चुनाव के दौरान उनके बाहरी होने का मुद्दा भी विपक्षी दलों ने जोरशोर से उठाया था।

ट्रोल होने पर एक और पोस्ट करके बताई अपनी बात

अरुण गोविल ने एक दूसरा पोस्ट भी किया। उसमें उन्होंने लिखा, “मेरे मेरठ के सम्मानित मतदाता बहनों, भाइयों और कार्यकर्ताओं नमस्कार. होली के दिन 24 मार्च को भारतीय जनता पार्टी ने मेरे नाम की घोषणा की और उनके निर्देश पर 26 मार्च को मैं आपके बीच पहुंच गया। 1 महीना आपके साथ रहकर आपके सहयोग से चुनाव प्रचार किया। चुनाव संपन्न हुआ। आपके प्रेम, सहयोग और सम्मान के लिए मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।”

उन्होंने लिखा- “अब पार्टी के निर्देश पर मैं मुंबई में हूं। यहां की जिम्मेदारी पूरी करने के लिए। पार्टी मुझे चुनाव प्रचार के लिए दूसरे क्षेत्रों में भी भेजने का कार्यक्रम बना रही है। इस प्रक्रिया के पूरा होते ही मैं आपके बीच पहुंच जाऊंगा और मेरठ की जनता और भारतीय जनता पार्टी के सम्मानित कार्यकर्ताओं को साथ लेकर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मेरठ को और ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रयास आरंभ कर दूंगा। मैं हृदय की गहराइयों से एक बार फिर आपका धन्यवाद करता हूं, जो आपने इस चुनाव में मेरा सहयोग और उत्साहवर्धन किया।”