कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर भाजपा ने बड़ा आरोप लगाया है। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसकी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण राज्य ‘मिनी बांग्लादेश’ बन रहा है। कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए अशोक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया बड़े पैमाने पर अतिक्रमण और अवैध बस्तियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।

केरल के मुख्यमंत्री ने बुलडोजर एक्शन पर उठाए थे सवाल

बता दें कि कांग्रेस सरकार को अल्पसंख्यकों के घरों को ध्वस्त करने के लिए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की ओर से कड़ी आलोचना का भी सामना करना पड़ा है। इससे चिंतित होकर कांग्रेस आलाकमान ने भी हस्तक्षेप किया और सरकार को अल्पसंख्यकों के प्रति सहानुभूति दिखाने का निर्देश दिया। सिद्धरमैया सरकार ने घोषणा की है कि वह इनमें से वास्तविक निवासियों के लिए वैकल्पिक आवास की व्यवस्था करेगी।

भाजपा ने कांग्रेस को घेरा

वहीं भाजपा ने इस मुद्दे पर सरकार के यूटर्न की कड़ी आलोचना करते हुए इसे ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ बताया। बुलडोजर से हुई कार्रवाई स्थल के दौरे के दौरान अशोक ने पत्रकारों से कहा कि सरकार परिवर्तन के बाद राज्य में एक चिंताजनक प्रवृत्ति देखने को मिल रही है। अशोक ने बताया कि एक साल पहले ‘गूगल मैप’ पर उस इलाके में कोई घर नहीं दिख रहे थे, जिससे पता चलता है कि बस्तियां पिछले छह महीनों में ही बनी हैं और उन्होंने सवाल उठाया कि बिजली कनेक्शन इतनी जल्दी कैसे उपलब्ध कराए गए।

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अशोक ने कहा, “सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार कर्नाटक में ‘मिनी बांग्लादेश’ बना रही है। इतने लंबे समय तक कन्नड़ भाषी लोगों को बेवकूफ बनाने के बाद, अब वे राज्य में एक मिनी बांग्लादेश का निर्माण कर रहे हैं। कर्नाटक में लगभग चार लाख लोग बिजली के बिना रह रहे हैं क्योंकि उनके घरों को अनधिकृत माना गया है, जबकि कोगिलु झुग्गी बस्ती के निवासियों को उच्च स्तरीय केबल बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। जब इस राज्य के करदाता बिजली के बिना रह रहे हैं, तो इन लोगों को महंगे केबल कनेक्शन कैसे मिल रहे हैं? क्या वे सिद्धरमैया के रिश्तेदार हैं?”