बिहार के भोजपुर जिले के जगदीशपुर में साल 1857 की क्रांति के नायक बाबू वीर कुंवर सिंह की स्मृति में शनिवार को विजयोत्सव मनाया गया। आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। वहीं, दूसरी तरफ, वीर कुंवर सिंह की ही पौत्रवधू के अपमान का मामला सामने आया है।
राजद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए निशाना साधा और कहा, “गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले वीर कुंवर सिंह की ही पौत्रवधू को प्रशासन ने घर में नजरबंद किया। उन्हें माल्यार्पण करने से रोका गया। वो कह रही हैं कि हमारे दादा वीर कुंवर सिंह जाति विशेष नहीं बल्कि राष्ट्र के थे। उन्हें एक जाति तक सीमित करने की साजिश है।”
राजद द्वारा शेयर किए गए वीडियो में पुष्पा सिंह ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा, “आज अमित शाह आने वाले हैं, मैं वीर कुंवर सिंह की पौत्रवधू हूं और आज मुख्य दरवाजे को सील कर दिया गया है, मुझे माल्यार्पण करने से रोका जा रहा है। सारे नेता और एसपी आकर मेरे पैर चूमे कि माताजी, शांत रहिए मैं आपको न्याय दिलाऊंगा।”
उन्होंने कहा, “प्रशासनिक अधिकारी मेरे गेट को बंद कर दिए हैं ताकि मैं माल्यार्पण न कर पाऊं और प्रशासन का भेद अमित शाह के सामने न खुल जाए। वीर कुंवर सिंह किसी जाति विशेष के नहीं थे, वे पूरे देश के लिए लड़े थे। लेकिन आज उनकी पौत्रवधू को माल्यार्पण से रोका जा रहा है, मैं तो हर साल माल्यार्पण करती हूं। मेरे पुत्र की हत्या प्रशासन द्वारा कर दी गई, मुझे माल्यार्पण करने से रोका गया है।”
इतिहासकारों ने नहीं दिया उचित स्थान- अमित शाह
वहीं, वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इतिहास ने वीर कुंवर सिंह के साथ अन्याय किया और उनकी वीरता, योग्यता एवं बलिदान के अनुरूप उन्हें स्थान नहीं दिया गया, लेकिन आज बिहार की जनता ने श्रद्धांजलि देकर उनका नाम एक बार फिर इतिहास में अमर करने का काम किया है।
अमित शाह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कल्पना की है कि 2047 में पूरी दुनिया में भारत हर क्षेत्र में शीर्ष पर होना चाहिए और वीर कुंवर सिंह को यही सच्ची श्रद्धांजलि हो सकती है। इस कार्यक्रम में 77,700 लोगों ने एक साथ भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराकर 2004 में पाकिस्तान के 56,000 लोगों द्वारा लाहौर में पाकिस्तानी झंडा लहराकर बनाए गए विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया।