आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के एक विधायक ने बिहार विधानसभा में राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् के दौरान खड़े न होकर बिहार की सियासत में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। विधायक पर लोगों ने राष्ट्रीय गीत का सम्मान न करने का आरोप लगाया है।

बिहार विधानसभा में गुरुवार को ठाकुरगंज से आरजेडी विधायक सऊद आलम ने वंदे मातरम गाने से इनकार कर दिया जिसके बाद सत्ता पक्ष के नेताओं ने इसका विरोध किया। हंगामा होता देख वे सदन से बाहर निकल गए। इस दौरान मीडिया ने उनसे पूछा कि वंदेमातरम् गाने से आपको क्या दिक्कत है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारा राष्ट्रगान- जन,गण,मन है न कि वंदेमातरम्। इसलिए मैं खड़ा नहीं हुआ।

मीडिया से बात करते हुए विधायक ने कहा, ‘ हमारा देश सेकुलर मुल्क है, अभी हिंदू राष्ट्र नहीं हुआ है। हमारा राष्ट्रगान- जन, गण, मन…है। इसलिए मैं वंदेमातरम् के दौरान खड़ा नहीं हुआ हुआ हूं।’

इस पूरे मामले के बाद इस घटना वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत सभी मंत्री और विधायक खड़े थे, लेकिन केवल मुस्लिम विधायक वंदे मातरम् के दौरान अपनी सीट से टस से मस नहीं होते।

आरजेडी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने सऊद आलम का बचाव करते हुए कहा कि वंदे मातरम् के लिए खड़ा होना अनिवार्य नहीं। सिर्फ जन गन मन में खड़ा हो सकते हैं। वंदे मातरम् के दौरान खड़ा होने के लिए कोई भी हम लोगों पर दबाव नहीं बना सकता।

वहीं बिहार बीजेपी नेताओं ने इस पूरे मसले पर आरजेडी पर हमला बोला है। बीजेपी नेता ने कहा, ‘ यहां के हजारों नौजवानों ने फांसी के फंदे को चूमा है। उस वंदेमातरम् का अपमान करने वाले व्यक्ति को सदन क्या भारत में रहने का अधिकार नहीं है। वो राजद्रोही हैं। हम उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग रहे हैं।’

बता दे, यह पहली बार नहीं है कि जब किसी राजद नेता ने वंदेमातरम् का अपमान किया हो। इससे पहले भी राजद नेता अब्दुल बारिश सिद्दीकी ने कहा था कि वंदेमातरम् पढ़ना उनके धार्मिक विश्वासों का उल्लंघन है। सिद्दीकी ने यहां तक कह दिया था कि जो लोग एक ईश्वर को मानते हैं। वे कभी भी वंदेमातरम् नहीं गाएंगे।