नोटबंदी को लेकर विपक्ष की फूट अब खूल कर सामने आ गई है। पहले 28 दिसंबर को कथित भारत बंद को लेकर विपक्षी दलों की अहसमति जाहिर हो गई थी अब ममता बनर्जी की नीतीश कुमार का गुस्सा देखने को मिला है। बंगाल की मुख्यमंत्री बुधवार को पटना में नोटबंदी के खिलाफ एक बड़ा रैली थी। इस रैली में बिहार सरकार में गठंधन सहयोगी राजद के नेता तो पहुंचे लेकिन जद (यू) से कोई नहीं पहुचा। बिहार के सीएम नीतीश कुमार पहले ही नोटबंदी के समर्थन में अपना बयान दे चुके हैं लेकिन जद (यू) के रैली से दूरी बनाए रखने से ममता बनर्जी शायद खुश नज़र नहीं आईं और उन्होंने इशारों इशारों में सीएम नीतीश कुमार को गद्दार तक बता दिया। पटना रैली के दौरान ममता ने कहा कि नोटबंदी पर जो लोग उनका समर्थन नहीं कर रहे हैं, वे गद्दार हैं। हालांकि ममता ने नीतीश का नाम नहीं लिया, पर बिहार की राजधानी में आकर ऐसा बयान दिए जाने को स्वाभाविक तौर पर नीतीश से ही जोड़ कर देखा जा रहा है।
मंगलवार रात पटना रैली के लिए ममता पटना पहुंच गई थी लेकिन उन्हें वहां रिसीव करने नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर नहीं पहुंचे और ना ही कोई सीनियर मंत्री पहुंचा इस बात पर ममता नाराज थी। हालांकि बाद में वो आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के घर पहुंची जहां उनका स्वागत किया गया।
पटना के गर्दनीबाग में नोटबंदी के खिलाफ धरना देने पहुंचीं ममता के साथ मंच पर आरजेडी के नेता भी मौजूद थे। आरजेडी की ओर से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह धरने में शामिल हुए। ममता ने यहां नरेंद्र मोदी के साथ-साथ नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘जो पार्टियां नोटबंदी के मुद्दे हमारा समर्थन कर रही हैं, मैं उन्हें शुक्रिया अदा करती हूं और जो समर्थन नहीं कर रहे हैं वे गद्दार हैं।
ममता ने यहां केंद्र सरकार को कोसते हुए कहा कि मौजूदा हालात आपातकाल से भी बदतर हैं, यह आर्थिक आपातकाल है। उन्होंने कहा, ‘भीख मांग कर खाएंगे, सड़क पर रहेंगे पर आपका पैसा नहीं चाहिए।’ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा, ‘दिक्कत के समय घर की महिला बचत करती है, मोदी ने सब ले लिया। यह स्त्रीधन और स्त्री शक्ति का अपमान है।’ ममता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बच्चे आजकल कहते हैं कि पेटीएम के लिए दूसरा शब्द ‘पे पीएम’ है। इससे पहले राबड़ी देवी भी नोटबंदी पर नीतीश कुमार के सरकार को समर्थन करने पर अमर्यादित बयान दे चुकी हैं।
