दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आरजेडी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन है। इस अधिवेशन में लालू प्रसाद यादव को औपचारिक तौर पर आरजेडी अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। लालू यादव लगातार 12वीं बार आरजेडी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। वहीं आरजेडी के राष्ट्रीय अधिवेशन में जहां सभी विधायक, सांसद और सभी राज्यों के पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं, जबकि बिहार के ही आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह राष्ट्रीय अधिवेशन में अभी तक नहीं पहुंचे हैं।
बताया जा रहा है कि जगदानंद सिंह काफी समय से नाराज चल रहे हैं। जिस प्रकार से सुधाकर सिंह का इस्तीफा हुआ है, उसके बाद से ही जगदानंद सिंह नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बताया गया कि सुधाकर सिंह का इस्तीफा बिना उन्हें बताए मंजूर कर लिया गया। सुधाकर सिंह आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने नीतीश सरकार से इस्तीफा दिया था। सुधाकर सिंह आरजेडी कोटे से मंत्री बनाए गए थे और नीतीश सरकार में उन्हें कृषि मंत्री का पद दिया गया था।
जगदानंद सिंह की नाराजगी पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। शक्ति यादव ने बिहार तक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कहा, “जगदानंद सिंह जी को बुखार था और वह निश्चित तौर पर दवाई ले रहे होंगे और अगर स्वस्थ हो गए होंगे तो वह जरूर आएंगे। पार्टी में सभी लोगों के बीच समन्वय बना हुआ है और सभी चाहते हैं कि जो बिहार में हुआ, वही देश में हो।”
शक्ति यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव ने 2014 में ही कह दिया था कि अगर बीजेपी आ गई, तो यह धर्म के आधार पर लोगों को बांटेगी। उन्होंने कहा, “समय की मांग है कि समान विचारधारा वाले सभी दल एकजुट हो, ताकि 2014 वाले 2024 में ना आए। देश में जिस प्रकार का धार्मिक उन्माद फैलाया गया, अगर इससे छुटकारा चाहते हैं तो सभी को एक होना होगा। देश के सनातन धर्म के लिए और हिंदुओं के लिए बीजेपी और आरएसएस सबसे बड़ा खतरा है।”
बताया जा रहा है कि आरजेडी के राष्ट्रीय अधिवेशन में सामाजिक और आर्थिक कई मुद्दों पर राजनीतिक प्रस्ताव पारित होगा। इसके साथ ही विदेश नीति से संबंधित मुद्दों पर भी प्रस्ताव पारित होगा। वहीं इस अधिवेशन में 2024 से पहले सभी समान विचारधारा वाले दलों से साथ आने की अपील भी की जाएगी। ऐसे में जगदानंद सिंह का राष्ट्रीय अधिवेशन में ना पहुंचना कई सवाल खड़े कर रहा है।