बिहार में जारी राजनीतिक घमासान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में जेडीयू सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में विधायकों ने पैसों की लेनदन का मुद्दा उठाया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार छह विधायकों और दो मंत्रियों ने नीतीश कुमार से कहा कि पूर्व जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने उनसे पैसों के लेनदन की बात की थी और यह बात उन्होंने बीजेपी के इशारों पर की थी। विधायकों ने कहा कि उन्हें 6 करोड़ का ऑफर दिया गया।

वहीं इसके बाद बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें अपमानित करने का काम किया है और पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की है। सूत्रों के अनुसार खबर आ रही है कि नीतीश कुमार ने सभी विधायकों, सांसदों और नेताओं से उनकी राय पूछी और उसके बाद गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल फागू सिंह चौहान से मिलने का समय मांगा है। शाम 4 बजे नीतीश कुमार राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। वहीं पटना में जेडीयू नेताओं की बैठक खत्म होने के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जी आप आगे बढ़ो, देश आपका इंतजार कर रहा है। इसके साथ ही जेडीयू नेताओं ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे, सभी नेता उनके साथ हैं और फैसले को मानेंगे।

वहीं नीतीश कुमार के आरोपों पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने भी मीडिया से बात करते हुए प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि हम किसी को कमजोर करने का काम नहीं करते बल्कि हम अपनी पार्टी को मजबूत करते हैं। हमने किसी को कमजोर करने का प्रयास नहीं किया।

इसके पहले खबर थी कि नीतीश कुमार बीजेपी के मंत्रियों से इस्तीफा ले सकते हैं। लेकिन अब खबर आ रही है कि नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा सौंपेंगे। जल्द ही बिहार में नीतीश कुमार, आरजेडी, कांग्रेस, जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और वामदलों के साथ मिलकर नई सरकार बन सकते हैं। नई सरकार में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बन सकते हैं।