गोपालगंज में टाउन पुलिस थाने के सभी पुलिसकर्मियों को जहरीली शराब त्रासदी के संबंध में निलंबित कर दिया गया है। इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस अधीक्षक रविरंजन कुमार ने कहा, ‘टाउन पुलिस थाने के अधिकारी समेत 15 पुलिसकर्मियों को गुरुवार (18 अगस्त) को कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। इस थाने के अंतर्गत खजूरबन्नी इलाके में ही यह त्रासदी हुई थी।’ अप्रैल में बिहार के शराब मुक्त होने के बाद यह पहली बड़ी घटना है। दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने वाले एसपी ने यह जानकारी दी कि संतोष कुमार को पुलिस थाने का नया प्रभारी नियुक्त कर दिया गया है।

जिला मजिस्ट्रेट राहुल कुमार ने बताया कि इसबीच गुरुवार (18 अगस्त) को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक और पीड़ित की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या 16 पर पहुंच गई। पीएमसीएच के प्रधानाचार्य एस एन सिंहा ने बताया कि चार अन्य लोग अभी भी वहां भर्ती हैं। भर्ती सभी चार पीड़ितों के आंखों की रोशनी खो देने की खबर पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि आंखों के चिकित्सकों को उनकी जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। मीडिया में इन चारों के आंखों की रोशनी खो जाने की खबरें आ रही हैं।

डीएम ने बताया कि गुरुवार (18 अगस्त) शाम मुजफ्फरपुर फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के दल को मृतकों के रक्त और विसरा की रिपोर्ट सौंप दी गई। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कुछ पता नहीं चल पाया है। डीएम ने कहा कि एक अन्य व्यक्ति को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिससे गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या अब सात हो गई है। एसपी ने कहा कि सात अन्य दोषी अब भी फरार हैं और उनकी सघन तलाश अब भी जारी है।

आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव के के पाठक इस मामले के संबंध में शुक्रवार (19 अगस्त) को गोपालगंज का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिन्होंने गोपालगंज त्रासदी पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी उन्होंने कहा कि दोषियों पर कड़े नए शराब कानूनों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।