गाड़ी ओवरटेक करने के चलते मारे गए लड़के आदित्य की मां चांद सचदेवा के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। स्वराजपुरी रोड स्थित घर पर रिश्तेदारों और जानने वाले लोगों की भीड़ लगी है। रूंधे गले से वह कहती हैं, ‘ऐसे ही बच्चे को गोली मार देंगे तो बिहार में मांओं की कोख सूनी हो जाएगी।’ वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करती हैं,’मैंने आदित्य को खो दिया। वो वापस नहीं लौटेगा। लेकिन पीएम और सीएम को कुछ ऐसा करना चाहिए कि किसी और मां के साथ ऐसी त्रासदी न हो।’ जब भी कोई नया रिश्तेदार आता है चांद रोती हैं और बेहोश हो जाती हैं। वहीं आदित्य के पिता श्याम सुंदर मुश्किल से कुछ बोल पाते हैं। बेटे की याद में उनकी आंखें पथरा चुकी है।
आदित्य ने पिछले महीने की 19 तारीख को ही अपना 18वां जन्मदिन मनाया था। आदित्य मां के सबसे करीब था और उनके खिलाफ एक शब्द नहीं सुनता था। आदित्य का चचेरा भाई ऋषि बताता है,’ हमारा परिवार 65 साल पहले गया आकर रहने लगा था। हम पंजाब से आए थे। आदित्य का बड़ा भार्इ पारिवारिक कारोबार में लग गया था लेकिन आदित्य बिहार से बाहर जाना चाहता था।’ मृतक के चाचा राजीव सचदेवा कहते हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कोई इतनी छोटी से बात पर कैसे किसी पर गोली चला सकता है। आदित्य के दोस्तों ने कहा कि वे कार्रवाई के लिए दबाव बनाएंगे। उन्होंने आदित्य के घर के बाहर रास्ता भी जाम किया।
आदित्य के घर से दो किलोमीटर दूर ही फरार आरोपी रॉकी का घर है। रॉकी की मां मनोरम देवी जनता दल यूनाइटेड एमएलसी हैं। वे कहती हैं, ‘मेरा बेटा भगौड़ा नहीं है। उसके खिलाफ केस है वह सरेंडर कर देगा। मुझे न्याय में विश्वास है।’ मनोरमा देवी कहती हैं कि घटना वाले दिन रॉकी गया में नहीं था। रॉकी के पिता बिंदेश्वर उर्फ बिंदी यादव ने जेल जाने से पहले कहा,’यदि मेरा बेटा दोषी है तो उसे सजा मिलनी चाहिए।’ वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि अगर मनोरमा देवी ने बेटे को भगाने में मदद की है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। राजद सुप्रीमो लालू यादव ने भी नीतीश का समर्थन किया और कहा कि मनोरमा देवी के बेटे के अंहकार को सहन नहीं किया जाएगा।
गया पुलिस ने एसपी अवकाश कुमार के नेतृत्व में विशेष जांच दल बनाया है। पटना जोनल आईजी एनएस हुसैन ने बताया कि रॉकी जिस लैंड रॉवर में सफर कर रहा था उसके बारे में जानकारी के लिए टीम को भेजा गया है। वह दिल्ली के राइफल क्लब का सदस्य भी है। उसके पिता को रविवार को पुलिस को गुमराह करने और बेटे को भागने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सोमवार को गया कोर्ट ने बिंदी यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।