नीतीश कुमार के खासमखास रहे आरसीपी सिंह के सितारे अब गर्दिश में लग रहे हैं। राज्यसभा सीट गई तो मंत्री पद से भी हाथ धोना पड़ा। अब उनकी अपनी ही पार्टी उनके पीछे लग गई है। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की उनकी पार्टी ने गंभीर आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा है। आरसीपी सिंह पर आरोप लगा है कि जदयू में रहते हुए उन्होंने अकूत संपत्ति बनाई। पार्टी ने आरसीपी सिंह को इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
खबरों की मानें तो जदयू के नोटिस का आरसीपीसी ने अभी तक जवाब नहीं दिया है। लेकिन माना जा रहा है कि आगे जदयू आरसीपी सिंह पर और भी बड़ी कार्रवाई कर सकती है। जानकारों का कहना है कि नीतीश किसी से नजरें फेर लें तो उसके बाद वो उसे पूरी तरह से निपटाने में लग जाते हैं। जार्ज फर्नांडीज और शरद यादव के साथ वो इसी तरह के तेवर पहले दिखा चुके हैं।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की चिट्ठी में लिखा गया है कि आप लंबे समय से नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं। आपको दो बार राज्यसभा का सदस्य बनाने के साथ केंद्र में मंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला। आप पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। लेकिन आपकी निष्ठा संदेह में ही रही।
JD(U) issues notice to party leader RCP Singh over "discrepancies in immovable properties registered from 2013-2022 in his name and that of his family." The party has asked him to file his reply at the earliest. pic.twitter.com/bpbYinBQ99
— ANI (@ANI) August 6, 2022
जदयू ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप इस बात से अवगत हैं कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं। इतने लंबे सार्वजनिक जीवन के बावजूद नीतीश पर कभी कोई दाग नहीं लगा। ना ही उन्होंने अपने लिए कोई संपत्ति बनाई। पार्टी आपसे अपेक्षा करती है कि परिवाद के बिंदुओं पर बिंदुवार अपनी राय से पार्टी को तत्काल अवगत कराएं।
नोटिस में आरसीपी सिंह की संपत्तियों का भी जिक्र किया गया है। जदयू ने आरोप लगाया है कि आरसीपीसी सिंह ने नालंदा में 40 बीघा जमीन खरीदी। दान में जमीन लेकर उसकी बिक्री की गई। लेकिन इन सभी संपत्तियों का जिक्र चुनावी हलफनामे में नहीं किया गया। जदयू का आरोप है कि आरसीपी सिंह ने जमीन के खरीद में अपनी पत्नी के नाम का भी इस्तेमाल किया है।
नोटिस में पूछा गया है कि नालंदा जिला के दो साथियों की साक्ष्य के साथ शिकायत प्राप्त हुई है, इसमें कहा गया है कि आपके व आपके परिवार के नाम से 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति अर्जित की गई है। ध्यान रहे कि आरसीपी का राज्यसभा कार्यकाल खत्म होने के बाद नीतीश ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। उसके बाद उनका मंत्री पद गया। बाद के दौर में आरसीपी ने कई बार नीतीश कुमार के खिलाफ अपने तीखे तेवर दिखाए थे।