बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर छात्र भड़के हुए हैं। देश के कई राज्यों में इस योजना के खिलाफ विरोध हो रहा है, लेकिन इसका असर सबसे ज्यादा बिहार में देखने को मिल रहा है। छात्रों ने तो वहां कई बीजेपी नेताओं और मंत्रियों को भी निशाना बनाया है। इस मामले को लेकर अब बीजेपी और जदयू में भी दरार दिखने लगी है।
बिहार में हिंसक प्रदर्शन को लेकर बीजेपी ने जब प्रशासन पर आरोप मढ़ा तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भड़क उठे। उन्होंने बीजेपी को जमकर खरीखोटी सुनाई। ललन सिंह ने कहा कि छात्र, केंद्र सरकार की योजना से नाराज हैं।
जदयू नेता ने कहा- “देखिए प्रशासन बीजेपी कार्यालय को क्यों जलाएगा, केंद्र सरकार ने एक निर्णय लिया अग्निपथ योजना, उस निर्णय के बाद से बिहार से ही नहीं अन्य प्रदेश से भी जो छात्र और नौजवान हैं, उनके मन में अपने भविष्य के प्रति आशंका पैदा हुई और उस आशंका की प्रतिक्रिया उनलोगों ने सड़क पर आकर व्यक्त किया। ये अलग बात है कि किसी भी समस्या का निदान हिंसा के रास्ते नहीं हो सकता है।”
ललन सिंह ने आगे कहा कि हिंसा का स्थान समाज में नहीं है। भाजपा को छात्रों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया को समझना चाहिए। जदयू सांसद ने कहा कि छात्रों के मन की आशंकाओं को बीजेपी को दूर करना चाहिए, लेकिन बीजेपी नेता इसके बजाय प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा- प्रशासन को क्या मतलब है भारतीय जनता पार्टी से और जदयू से”।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है जिसके कारण वो प्रशासन पर गलत आरोप लगा रहे हैं। ललन सिंह ने कहा- “नीतीश कुमार प्रशासन चलाने में सक्षम हैं, इसके लिए संजय जायसवाल से शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है। बिहार के अलावा यूपी, हरियाणा, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में भी प्रदर्शन हो रहा है, वहां बीजेपी गोली चलवा दे”।
गिरिराज सिंह हुए ट्रोल- उधर इसी मामले पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह को लोगों ने सोशल मीडिया पर ट्रोल कर दिया है। दरअसल गिरिराज सिंह ने कहा कि एक की जगह पर अग्निपथ योजना के जरिए सरकार तीन युवाओं को नौकरी दे रही है। इसलिए युवाओं को शांत रहना चाहिए। उनके इसी बयान पर किसी ने योजना को लेकर तो किसी ने सरकार को लेकर तो किसी ने नेताओं की पेंशन को लेकर गिरिराज सिंह को सोशल मीडिया पर घेर लिया।