लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने हाल ही में कहा था कि वह 2024 में अगला लोकसभा चुनाव बिहार के हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग के चाचा पशुपति पारस ने कहा कि उनके भतीजे नहीं, वह हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री और बिहार के नेता चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस ने गुरुवार को कहा कि हालांकि वह एनडीए में अपने भतीजे की मौजूदगी को बर्दाश्त करेंगे लेकिन इससे ज्यादा कुछ भी नहीं। उन्होंने पार्टियों के विलय या हाजीपुर सीट से चिराग को चुनाव लड़ने देने की संभावना से इनकार किया।
न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए गए में पशुपति पारस ने कहा, “चिराग पासवान यह कहने वाले कौन होते हैं कि कौन सी सीट उनकी है? उन्हें जमुई जाने दीजिए। मैं हाजीपुर से चुनाव लड़ूंगा, इसमें कोई किंतु-परंतु नहीं है।”
हाजीपुर के वर्तमान सांसद और आरएलजेपी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा, “चिराग का हाजीपुर से चुनाव लड़ने का दावा निराधार है। मैं उन्हें सलाह देना चाहूंगा कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को धोखा नहीं देना चाहिए और अपनी वर्तमान सीट से चुनाव लड़ना चाहिए।”
भतीजे को आशीर्वाद देना मेरा फर्ज- पशुपति पारस
पशुपति पारस ने एनडीए बैठक में अपने भतीजे को गर्मजोशी से गले लगाने पर कहा कि वह मेरा भतीजा है। उसने मेरे पैर छुए। उसे आशीर्वाद देना मेरा कर्तव्य था लेकिन इसकी गलत व्याख्या नहीं की जानी चाहिए। 71 वर्षीय नेता ने मेल-मिलाप और विलय की किसी भी संभावना से इनकार किया। पारस ने कहा कि अब विलय का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, “मैं बार-बार कहता हूं कि जब कोई टीम टूटती है, तो उसे एक साथ रखा जा सकता है, लेकिन दिल से नहीं। हमारे पारिवारिक मुद्दे हैं, जिनके लिए हम एक साथ नहीं आ सकते।”
चिराग पासवान के चाचा ने कहा कि उनके साथ हमारी लड़ाई 2020 में एनडीए का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ने को लेकर थी लेकिन उस समय वह पार्टी के अध्यक्ष थे और उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। पशुपति पारस ने कहा, “छह में से पांच सांसद एनडीए के साथ जाना चाहते थे लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी एक तरफ कहते थे कि वह भाजपा के हनुमान हैं, दूसरी तरफ उन्होंने छह सीटों पर भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार उतारे।”
चिराग पासवान ने किया हाजीपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान
इससे पहले चिराग पासवान ने कहा था कि मैं हाजीपुर से ही लोकसभा चुनाव लड़ूंगा। बीजेपी के साथ हुई बातचीत को सार्वजनिक मंच पर साझा करना सही नहीं है लेकिन यह तय है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेगी। चिराग ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि बिहार में कोई बड़ी चुनौती है क्योंकि लगातार गठबंधन बदलने से नीतीश कुमार जी की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लग गया है। नीतीश कुमार जिस गठबंधन का हिस्सा होंगे उसे नुकसान ही होगा। गौरतलब है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए।