बिहार में मुकेश सहनी के विधायकों को अपनी पार्टी ज्वाइन करा चुकी बीजेपी अब ‘सन ऑफ मल्लाह’ को मंत्रीमंडल से निकालने की तैयारी कर रही है। इसके लिए बीजेपी ने अनुशंसा भी कर दी है। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल को इस संबंध में पत्र भेज दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार आज रात ही राज्यपाल मुकेश सहनी को मंत्रीमंडल से निकालने के संबंध में आदेश जारी कर सकते हैं। बीजेपी में जब से विकासशील इंसान पार्टी के विधायक शामिल हुए थे, तभी से बीजेपी मुकेश सहनी का इस्तीफा मांग रही थी। हालांकि शुक्रवार को सहनी विधानसभा पहुंचे थे, जहां उन्होंने मंत्री के रूप में एक सवाल का जवाब भी दिया था, जदयू-बीजेपी के नेताओं से बात भी की थी।

मुकेश सहनी के पास मत्स्य पालन और पशुपालन विभाग था। विधायकों के भाजपा में जाने के बाद सहनी का जाना तय माना जा रहा था। सहनी खुद पिछला चुनाव हार गए थे, लेकिन उनके चार विधायक विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे, जिसके बाद वो नीतीश सरकार में बने रहे और मंत्री बनें। लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ उतरना उनके लिए भारी पड़ गया। सीट तो जीत नहीं पाए, बिहार सरकार से भी बाहर हो गए।

मुकेश सहनी की इच्छा थी कि बीजेपी उन्हें यूपी चुनाव में सीट दे, लेकिन यहां पहले से ही मल्लाह समाज के नेता संजय निषाद की पार्टी का बीजेपी के साथ गठबंधन था, ऊपर से सहनी का यहांं उस तरह से जनाधार भी नहीं था। यूपी में हारने के बाद भी सहनी शांत नहीं बैठे और एमएलसी चुनाव में एनडीए से अलग हो उम्मीदवार उतारने लगे।

इसके बाद उनकी पार्टी के सभी तीन विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके साथ ही बीजेपी के पास 77 विधायक हो गए और वो बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन गई। बीजेपी में शामिल होने वाले तीन विधायक राजू सिंह, मिश्रीलाल यादव और स्वर्ण सिंह हैं।

सहनी की पार्टी के चौथे विधायक का निधन हो गया था, जहां अभी उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही है। इस सीट पर भी विवाद था। यहां से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार उतार दिया था, जिसके विरोध में वीआईपी ने भी अपना कैंडिडेट उतारा दिया है।