अक्सर आफ फिल्मों में सुनते हैं प्यार किसी को भी कभी भी हो सकता है। यह वक्त और समय नहीं देखता, बस हो जाता है। कुछ ऐसी ही है बिहार के नालंदा जिले के एक नेता जी की प्रेम कहानी। नेता जी पंचायत चुनाव में सरपंच के प्रत्याशी थे। प्रचार करते करते उन्हें एक लड़की मिली, जिससे उन्हें प्यार हो गया। हालांकि, चुनाव में तो उन्हें हार का सामना करना पड़ा ,लेकिन उनके प्यार की जीत हो गई। बीते दिनों उन्होंने एक मंदिर में शादी कर ली। मामला नालंदा जिले के करायपरसुराय थाना के छितरबिगहा गांव का है

पंचायत चुनाव के दौरान सरपंच के पद के रविकांत रविदास मैदान में उतरे। इस दौरान दोनों को प्यार हो गया। धीरे-धीरे दोनों की बातचीत शुरू हो गई। दोनों शादी से पहले मोबाइल पर बात करने लगे और छुप छुपकर मिला करते थे। डर था कि कहीं बात पता चलने पर दोनों के घर वाले नाराज न हो जाएं।

लड़की के घरवालों को इसकी भनक लग गई। उन्होंने दोनों के मिलने और बातचीत पर पाबंदी लगा दी गई। इसके बाद भी दोनों किसी तरह मिलते रहे। पाबंदी बढ़ने पर दोनों ने एक साथ जिंदगी गुजराने का फैसला किया और घर से भाग गए। इसके बारे में लड़की के घरवालों को पता चला तो उन्होंने दोनों की खोजना शुरू कर दिया। पटना में उन्हें पकड़ लिया।

इसके बाद युवती के परिजन उसे घर ले जाने का प्रयास करने लगे। इस बीच दोनों गांव नहीं जाने की जिद करने लगे। काफी मेहनत मशक्कत के बाद दोनों गांव जाने को तैयार हुए। जानकारी के अनुसार गांव पहुंचने के बाद लोगों ने लड़की के परिवार वालों को समझाया। कहा कि दोनों एक ही समुदाय हैं, ऐसे में इनकी शादी करा दी जाए।

गांववालों की बात लड़की के घर वाले मान गए। इसके बाद दोनों की पिछले दिनों एक मंदिर में शादी करा दी गई। दोनों हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए। सरपंच प्रत्याशी की युवती की शादी आसपास के गांव समेत पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।