बिहार की राजनीति में इन दिनों काफी हलचल देखने को मिल रही है। बता दें कि बिहार में RJD और JDU के बीच पुन: गठबंधन की अटकलें चल रही हैं। ऐसे में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसमें कोई भी राजनीतिक ट्विस्ट नही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी उन ताकतों से हमेशा लड़ती रहेगी जो भाजपा और आरएसएस के साथ गठबंधन में होंगी।

न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी ने कभी भी संघ, BJP और उनके सहयोगियों के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से गठबंधन नहीं किया। इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने 2024 के आम चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने का भी आह्वान किया।

उन्होंने सुझाव दिया कि कांग्रेस को 200 से अधिक सीटों पर फोकस करना चाहिए। जिसका सीधा मुकाबला भाजपा से है। कांग्रेस को उन राज्यों में पीछे रहना चाहिए जहां क्षेत्रीय दल मजबूत हैं।

वहीं कांग्रेस में फिर से नई जान फूंकने को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कांग्रेस के एक साथ आने की योजना को लेकर 32 वर्षीय तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर पेशेवरों या मार्केटिंग एजेंसियों के जरिए चुनाव जीते जाते तो देश के सबसे अमीर लोग राजनीतिक दल बनाकर शासन करते।

हालांकि, उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की समझदारी पर निर्भर करता है कि वह अपने ढांचे में प्रशांत किशोर की भूमिका को कैसे और किस तरह का आकार देती है। इफ्तार पार्टी में जदयू प्रमुख नीतीश कुमार की मौजूदगी को लेकर तेजस्वी यादव से पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार उनके साथ फिर से जुड़ने के लिए तैयार हैं?

इसपर तेजस्वी ने कहा, “हमारी पार्टी दो दशकों से भी अधिक समय से इफ्तार और मकर संक्रांति (दही-चूड़ा) पार्टियों का आयोजन कर रही है। और हम हमेशा आम लोगों के साथ-साथ सभी दलों के वरिष्ठ राजनेताओं को आमंत्रित करते रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से परंपरा के अनुरूप एक आयोजन था। इससे केवल शांति, सौहार्द, भाईचारा और सद्भाव का ही संदेश जाना चाहिए।

बता दें कि तेजस्वी की इफ्तार पार्टी में बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी पहुंचे थे। ऐसे में बिहार के सियासी गलियारों में नई सुगबुगाहट शुरू हो गई थी कि आरजेडी और जदयू फिर से एक साथ आ सकते हैं। हालांकि तेजस्वी ने इस आयोजन को