पटना में बिहार दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आए 100 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। जानकारी के अनुसार 15 की हालत गंभीर है। इनका इलाज पटना पीएमसीएच में चल रहा है। अन्य का गांधी मैदान स्थित स्वास्थ्य शिविर में हो रहा है। तीन दिन के कार्यक्रम में शामिल होने कई स्कूलों के बच्चे आए थे। गुरुवार को इनके बीमार होने के बाद प्रसाशन में हड़कंप पच गया।

मंगलवार को जब राज्य का 110वां स्थापना दिवस का कार्यक्रम शुरू हुआ तब से लड़के और लड़कियां यहां मौजूद थे और उनमें से कई ने अंतिम दिन की सुबह गैस्ट्रिक की शिकायत की। पटना की सिविल सर्जन विभा सिंह ने बताया, “दोपहर तक 156 बच्चों ने दस्त और उल्टी की शिकायत की थी। हालांकि, अधिकांश गांधी मैदान में इलाज के बाद ठीक हो गए, जहां समारोह आयोजन हुआ है। उनकी बीमारी का सही कारण जांच के बाद ही पता चलेगा।”

सिविल सर्जन विभा सिंह ने यह भी कहा, ” बच्चों का उचित इलाज किया जा रहा है। हम मानते हैं कि भोजन में कुछ समस्या थी। मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी ने भी कमेटी बनाई है।”

हालांकि, एक दर्जन छात्रों की हालत काफी खराब हो गई थी और उन्हें बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच ले जाना पड़ा, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई। पीएमसीएच के अधीक्षक आईएस ठाकुर ने कहा, “यह इंफेक्शन का मामला प्रतीत होता है। यह जरूरी नहीं कि फूड पॉइजनिंग हो। गंदे हाथों से भोजन करने से भी ऐसा हो सकता है।”

छात्रों ने कहा कि खराब बोर्डिंग सुविधाओं के कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने शिकायत की कि उन्हें परोसा गया भोजन अच्छा नहीं था और जहां वे रह रहे थे, वहां कोई साफ-सफाई नहीं थी। कई ने यह भी कहा कि स्कूल के शौचालय साफ नहीं थे, जहां वे रह रहे थे।

इस मुद्दे को भाजपा सदस्य संजय मयूख ने राज्य विधान परिषद में भी उठाया था। उन्होंने कहा, “बिहार दिवस समारोह के लिए यहां लाए जाने के बाद इतने सारे बच्चों के बीमार पड़ने के बारे में जानकर मैं चिंतित था। मैंने खराब रखरखाव के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की है।”