प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय बिहार दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस बीच पीएम मोदी को बिहार के एक युवक ने धमकी दी। भागलपुर जिले के एक 35 वर्षीय व्यक्ति को गुरुवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान व्हाट्सएप पर धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
धमकी देने वाला शख्स गिरफ्तार
पुलिस ने कहा कि स्थानीय पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संयुक्त अभियान के बाद धमकी मिलने के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तारी की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय को पीएम मोदी की बिहार यात्रा के दौरान उन्हें नुकसान पहुंचाने की धमकी वाला एक व्हाट्सएप कॉल मिला। इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), खुफिया ब्यूरो (IB) और गृह मंत्रालय सहित केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल कार्रवाई की।
भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हृदय कांत ने शुक्रवार को कहा कि जैसे ही केंद्रीय एजेंसियों ने भागलपुर पुलिस को सतर्क किया, पुलिस उपाधीक्षक (कानून और व्यवस्था) चंद्र भूषण के नेतृत्व में एक विशेष टीम द्वारा तेजी से जांच शुरू की गई। तकनीकी सेल और सुल्तानगंज पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को शामिल किया गया। अधिकारी ने कहा, “तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करके नंबर को 71 बार सक्रिय किया गया था। इसके बाद टीम ने सुल्तानगंज निवासी 71 वर्षीय मंटू चौधरी के नाम से रजिस्टर्ड एक मोबाइल नंबर का पता लगाया।”
एसएसपी हृदय कांत ने आगे बताया कि पूछताछ के दौरान मंटू चौधरी ने खुद को एक गैर-मैट्रिकुलेटेड किसान बताया और एक बेसिक कीपैड फोन का इस्तेमाल किया। हालांकि मंटू ने किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया और आरोप लगाया कि उनके भतीजे समीर कुमार रंजन द्वारा उन्हें फंसाया जा रहा है।
चाचा के साथ युवक का चल रहा था जमीन विवाद
आगे की जांच और डिजिटल फोरेंसिक ने पुलिस को सुल्तानगंज के महेशी गांव के निवासी और बीसीए स्नातक रंजन तक पहुंचाया, जो कोविड-19 महामारी के बाद से बेरोजगार था। हृदय कांत ने कहा, “पूछताछ के दौरान, उसने (समीर रंजन) अपराध कबूल कर लिया और उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल किया और व्हाट्सएप कॉल के जरिए धमकी भेजी।” एसएसपी ने यह भी कहा कि पुलिस को प्राथमिक जांच के दौरान पता चला कि आरोपी का अपने चाचा के साथ जमीन का विवाद चल रहा है और उसने मंटू चौधरी को फंसाने के इरादे से धमकी जारी की थी।
पुलिस ने घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद कर लिया है और मामले की आगे की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि मंटू चौधरी को रिहा कर दिया गया है।