बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने जेडयू प्रमुख नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार की पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़े तो जदयू को उनको दहाई से भी कम के आंकड़ों में सीट मिलेगी।
उन्होंनें नीतीश कुमार की पार्टी के उन चुनावों का जिक्र किया जब वह अकेले चुनाव लड़ी थी। उन्होंने कहा कि साल 1995 में जदयू ने अकेले चुनाव लड़ा और महज सात सीट ही जीत पाई थी। इसके अलावा साल 2014 में भी उन्होंने वामपंथी पार्टी के साथ चुनाव लड़ा और उन्हें महज दो सीटें मिलीं। उन्होंने ट्वीट करते हुए ये दावा किया कि नीतीश कुमार की पार्टी अकेले चुनाव लड़ने पर दहाई में भी सीटें नहीं जीत पाएगी।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है, नीतीश कुमार ने 1995 में एकीकृत बिहार में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा था तो मात्र 7 सीट आयी थी। 2014 में लेफ़्ट के साथ मिलकर लड़े थे तो मात्र 2 सीट आयी थी। वो जीवन में कभी भी अकेले लड़ेंगे तो प्रतापी चेहरे को दहाई के अंकों में भी सीट प्राप्त नहीं होगी। यह मेरी चुनौती और दावा है।
नीतीश कुमार ने 1995 में एकीकृत बिहार में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा था तो मात्र 7 सीट आयी थी।
2014 में लेफ़्ट के साथ मिलकर लड़े थे तो मात्र 2 सीट आयी थी।
वो जीवन में कभी भी अकेले लड़ेंगे तो प्रतापी चेहरे को दहाई के अंकों में भी सीट प्राप्त नहीं होगी।
यह मेरी चुनौती और दावा है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 8, 2020
एक तरफ जहां बिहार में बीजेपी सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर ना भूले हैं ना भूलने देंगे अभियान चला रही है वहीं, राजद प्रवासी मजदूरों की अनदेखी का मुद्दा उठा रही है और इस मुद्दे पर बिहार की सरकार को घेर रही है।