बिहार में जब से आरजेडी और जेडीयू एक साथ आए हैं, उसके बाद से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने के कयास जोर पकड़ने लगे। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन कयासों को कई बार अफवाह बताया और कहा कि वह पीएम उम्मीदवार नहीं है। वहीं जेडीयू की सहयोगी आरजेडी के एक पोस्टर पर नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताया गया। हालांकि बाद में इस पोस्टर को हटा दिया गया, ताकि कोई विवाद ना हो।

यह पोस्टर पटना में आरजेडी पार्टी के कार्यालय के पास लगाया गया था और नीतीश कुमार को पीएम की कुर्सी पर बैठे देखा जा सकता है। पोस्टर आरजेडी की राज्य इकाई की महिला शाखा की महासचिव पूनम राय ने लगवाया था।

नीतीश कुमार पीएम के रूप में कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। साथ ही वह तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, कांग्रेस सहित कई विपक्षी नेताओं से घिरे हुए हैं। राष्ट्रपति मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी इस पोस्टर में नजर आ रहे हैं।

इस तरह पोस्टर ने नीतीश कुमार को विपक्ष के बीच सर्वसम्मत उम्मीदवार के रूप में दिखाया। बता दें कि आरजेडी के कार्यालय के बाहर कोई भी पोस्टर लगाने से पहले पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह से इजाजत लेनी पड़ती है। ऐसा लगता है इस पोस्टर के लिए इजाजत नहीं ली गई थी, इसीलिए इसे तुरंत हटा दिया गया।

नीतीश कुमार कुछ दिन पहले दिल्ली दौरे पर थे और यहां पर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। वहीं इसके बाद उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने कहा कि मुलाकात अच्छे माहौल में हुई और देश में बीजेपी के खिलाफ कैसे काम किया जाए, इस पर चर्चा हुई। नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि वे पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं और वे विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं।