बिहार की सियासी हलचल पर तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी तरफ से गठबंधन वाला धर्म निभाया, नीतीश का हमेशा सम्मान किया। अब इस बयान को तेजस्वी का नरम रुख माना जा रहा है क्योंकि सुबह तक उन्हीं की तरफ से कहा गया था कि वे इतनी जल्दी सरकार को गिरने नहीं देंगे। आरजेडी बैठक में अब तेजस्वी ने नीतीश को अपना आदरणीय बता दिया है।

जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में ऐसी अटकलें चल रही हैं कि लालू हर कीमत पर तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते हैं। इसी बात का दबाव नीतीश कुमार पर भी आ रहा था और इसी वजह से उनकी दूरियां आरजेडी के साथ बढ़ती गईं। अब उन दूरियों ने ही बिहार में फिर एक और पलटी की कहानी लिख डाली है। किसी भी वक्त नीतीश कुमार इस्तीफा पेश कर सकते हैं। लेकिन आरजेडी भी हर तरह के विकल्प के लिए अभी तैयार दिख रही है।

पार्टी की तरफ से बैठक के दौरान लालू प्रसाद यादव को हर बड़े फैसले के लिए अधिकृत कर दिया गया है। यानी कि अब सारी सियासी चालें लालू चलेंगे और उनके जाल को तोड़ने का काम नीतीश को करना होगा। अभी के लिए लालू यादव की नजर जीतन राम मांझी की पार्टी पर है। उनके पांच विधायक आरजेडी गठबंधन को बहुमत के कुछ करीब ला सकते हैं। इसी वजह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मांझी से खुद बात की है, लालू भी अपनी तरफ से कोशिश में लगे हैं।

बताया जा रहा है कि स्थिति को देखते हुए मांझी भी शाम को एक बैठक करने जा रहे हैं। उस बैठक में ही आगे की रणनीति पर कोई फैसला लिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ जेडीयू ने शाम सात बजे तक पटना में सभी विधायकों को मौजूद रहने के लिए कहा है, माना जा रहा है कि विधानसभा भंग को लेकर कोई फैसला हो सकता है।