अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियां दिए जाने से जुड़े वादे पर कटाक्ष किया है। । प्रशांत किशोर ने कहा है कि यह महज एक चुनावी वादा था और तेजस्वी यादव ऐसा नहीं करने वाले हैं।
अगर तेजस्वी लालू के बेटे नहीं होते..
एएनआई के मुताबिक प्रशांत किशोर ने बयान देते हुए कहा, ‘तेजस्वी यादव ने पहली कैबिनेट बैठक में ही 10 लाख नौकरियां देने की बात की थी…सब जानते हैं कि वह 10 लाख नौकरियां नहीं दे सकते. अगर तेजस्वी यादव लालू प्रसाद यादव के बेटे नहीं होते तो उन्हें देश में क्या नौकरी मिलती?” उन्होने कहा कि नौकरियां देने से पहले एक कार्यक्रम होता है कि कैसे नौकरी दी जाएगी।
उन्होने कहा ‘वह बंगाल, उत्तर प्रदेश ना जाने कहां-कहां घूम रहे हैं, उन्होने कहा था कि पहली केबिनेट के बाद 10 लाख नौकरियाँ देंगे, तो दें ना नौकरी, या कह दें कि भाई मैं नहीं दे सकता और यह सिर्फ एक चुनावी वादा था।
पीएम मोदी पर भी कटाक्ष
प्रशांत किशोर लगातार भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमलावर हैं। उन्होने जन सुराज पदयात्रा के जरिए वैशाली के चेहराकला प्रखंड में सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा हम बिहार के गांवों में देख रहे हैं कि छोटे बच्चों के पैरों में चप्पल और शरीर पर कपड़े तक नहीं है, वह स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है, नौजवान मजदूरी कर रहे हैं, उन्होने लोगों से कहा कि आपको इन मुद्दों से कोई लेना देना नहीं है, बल्कि आपको चिंता जाति की है, भारत-पाकिस्तान की है, आपको अपने बच्चों का सिकुड़ता हुआ सीना नहीं बल्कि मोदी जी का 56 इंच का सीना दिखाई देता है।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आपको आपकी चिंता करनी होगी क्योंकि कोई और दल आपकी चिंता नहीं करने आने वाला है। आपको बेरोजगारी पर सवाल करने होंगे।