बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कोरोना का डर सताने लगा है। बिहार के मुखिया नीतीश ने कोरोना जांच के लिए अपने सैंपल भेजे हैं। उनके साथ डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अपना कोरोना टेस्ट कराया है। दरअसल, यह दोनों लोग विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह के संपर्क में आए थे। अवधेश नारायण सिंह का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने एहतियात के तौर पर अपना कोरोना टेस्ट कराया है। इस अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चारों सचिव का भी कोरोना टेस्ट किया गया है।

बताया जा रहा है कि बुधवार 1 जुलाई को सभापति ने नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई थी। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम नीतीश समेत कई नेता शामिल हुए थे। इस दौरान नीतीश कुमार , अवधेश नारायण सिंह के साथ वाली कुर्सी पर बैठे थे। इस मौके पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मंत्रीगण श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, विनोद नारायण झा सहित बिहार विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल की सचेतक रीना यादव, सदस्यगण प्रेमचंद मिश्रा, बीरेंद्र नारायण यादव, सीपी. सिंह, विधायकगण अब्दुल बारी सिद्दीकी, भोला यादव सहित तमाम राजनीतिक हस्तियां मौजूद थीं।

बता दें कि बिहार में शनिवार को कोरोना के 349 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 11460 हो गई है। बिहार में अब तक 8211 मरीज कोरोना संक्रमण से रिकवर हो चुके हैं।

सहरसा जिले में सबसे ज्यादा 53 कोरोना मरीज पाए गए हैं। वहीं मुजफ्फरपुर में 44, गया में 34, पटना और सारण में 24-24 मरीज मिले हैं। राज्य में कोरोना के चलते अबतक 88 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने कोरोना के संक्रमण को देखते हुए राज्य में मास्क नहीं लगाने पर 50 रुपए का जुर्माना देने का प्रावधान किया है।