बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है। लगातार 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेकर उन्होंने एक रिकॉर्ड बनाया था। अब बिहार में स्पीकर पद को लेकर चर्चा तेज है। जेडीयू का मुख्यमंत्री बनने के बाद एनडीए से बीजेपी अपना स्पीकर बनाएगी। इसके लिए नंद किशोर यादव का नाम तय किया गया है। मंगलवार को वह सुबह 10 बजे नामांकन दाखिल करेंगे। सोमवार को नीतीश कुमार ने 130 मतों के साथ फ्लोर टेस्ट पास कर लिया। वहीं विपक्ष ने वोटिंग से पहले ही सदन का बायकॉट कर लिया।
कौन हैं नंद किशोर यादव?
नंदकिशोर यादव BJP के वरिष्ठ नेता हैं। 1978 में वह पहली बार पटना नगर निगम चुनाव में पार्षद बने थे। इसके बाद 182 में पटना के उपमहापौर बने। 1983 में पार्टी ने उन्हें पटना का महानगर अध्यक्ष बना दिया। 1990 में वह बिहार के युवा मोर्चा अध्यक्ष बने। 1995 में नंद किशोर यादव पटना के पूर्वी क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े और उन्हें जीत मिली। नंद किशोर यादव ने पटना साहिब विधानसभा सीट का सात बार प्रतिनिधित्व किया है। नीतीश कुमार की सरकार में उन्होंने पद निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग जैसी बड़ी जिम्मेदारी निभाई। वह नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं।
आरएसएस से भी रहा नाता
बीजेपी नेता नंद किशोर यादव का जन्म 26 अगस्त 1953 को पटना में हुआ। छात्र जीवन से अपने सियासी करियर की शुरुआत करने वाले नंद किशोर यादव आरएसएस के सक्रिय सदस्य भी हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत अखिल विद्यार्थी परिषद से जुड़ने के बाद शुरु की। लंबे समय तक यह आरएसएस में सक्रिय रहे। इन्हें आरएसएस की भी करीबी माना जाता है।
नंद किशोर यादव के पिता का नाम स्व. पन्ना लाल यादव और मां का नाम स्व. राजकुमारी यादव हैं। उनके परदादा स्व. झालो सरदार अपने समय के एक प्रसिद्ध जमींदार थे। कहा जाता है कि उनके परदादा को शेर पालने का शौक था। नंद किशोर का पुश्तैनी घर गोलकपुर (महेन्द्रू) में था जहां आज पटना लॉ कॉलेज का छात्रावास अवस्थित है। नंदकिशोर यादव दसवीं के बाद स्नातक की पढ़ाई शुरू की पर बीच में ही छोड़नी पड़ी।