अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में चल रहे हंगामे और हिंसा पर बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ आंदोलन के पीछे आतंकवादी हैं और गुंडे हैं। अब राजनीतिक गुंडे लोग इसके पीछे लगे हुए हैं।
मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना सभी युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। इसे भुनाने की जरूरत है। युवा अपने पथ से विचलित न हों। आप इसे समझें और परखें। इसमें संशोधन किया गया है और आगे भी होता रहेगा।
मंत्री ने कहा कि आंदोलन और हिंसा देश हित में नहीं है। विरोधियों के पास न तो दिमाग है और न ही चश्मा। विरोधी पीएम मोदी पर तंज कस रहे हैं। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। कहा कि कांग्रेसियों को पता नहीं है कि वे क्या कह रहे हैं। वे ओछी राजनीति करते हैं।
राय ने कहा कि अब इस आंदोलन के पीछे आतंकियों और गुंडों का हाथ है। जब यह शुरू हुआ उस समय इसमें केवल सेना के उम्मीदवार थे। लेकिन, अब युवा इससे हट गए हैं। क्योंकि वे योजना को समझ चुके हैं। अब इसमें आतंकवादी और गुंडे शामिल हो गए हैं। उन्होंने अब उन बच्चों को काम पर रखा है। अब इसमें राजनीतिक गुंडे लगे हुए हैं। वे लोग अपनी राजनीति की रोटी पका रहे हैं। उन्हें देश या छात्रों के भविष्य से कोई सरोकार नहीं है।
मंत्री ने आगे कहा कि इसमें संशोधन के लिए कानून बना है। यह एक मिशन है। जो कभी असफल नहीं होगा। छात्रों से अपील है कि वे कुछ तुच्छ लोगों की बातों में आकर अपना करियर बर्बाद न करें। उन्हें भ्रमित नहीं होना चाहिए। कुछ राजनीतिक दल इस मिशन को विफल करने में लगे हुए हैं। लेकिन, ऐसा कभी नहीं होगा। यही देश का मिशन है। युवाओं को इसे समझना और पढ़ना चाहिए।
मंत्री के बयान के बाद यूजर्स ने कई सवाल पूछे-
शाहिद ( @cool_sah) नाम के एक यूजर ने पूछा- ‘जेहादी के बाद आतंकवादी …. अभी और adjectives आना बाकी है। सब का नंबर आएगा। सुष्मिता मजूमदार ( @Susmita_Speaks) नाम की यूजर ने लिखा- किसान -खालिस्तानी, छात्र-आतंकवादी, आम लोग-मूर्ख होते हैं और प्रतिपक्ष नेता-भ्रष्टाचारी है। लेकिन हकीकत है बीजेपी- भारतीय जुमला पार्टी और भाजपा नेता रामसूरत राय-आतंकवाद हैं। शादाब (@Shadab65272858) नाम के एक यूजर ने लिखा- भाजपा वालो कि यही सोच मुझे अच्छी नहीं लगती जो मौजूदा सरकार की चाटुकारिता करे वो देशभक्त और जो सरकार के खिलाफ शांतिमय तरीके से आलोचना या विरोध करे तो वो जिहादी, आतंकवादी, वामपंथी हद्द है।