बिहार चुनाव में पहले चरण के मतदान में अब एक महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में सभी पार्टियां जल्द से जल्द उम्मीदवारों का ऐलान कर रहे हैं, ताकि सीटों पर नामांकन दाखिल करने के साथ प्रचार की तैयारियां भी खत्म की जा सकें। इस बीच जदयू ने बुधवार को सभी 115 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। जहां एक तरफ इसमें बिहार के पूर्व डीजीपी और नीतीश कुमार के खासमखास गुप्तेश्वर पांडे का नाम नहीं था, वहीं एक चौंकाने वाला नाम मंजू वर्मा का पाया गया। मंजू वर्मा वही नेता हैं, जिन्हें मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड में नाम आने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
जदयू ने अपनी 115 उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की है, उसमें 22 महिलाओं के नाम शामिल हैं। मंजू वर्मा का नाम 64वें सीरियल नंबर पर रखा गया। जदयू ने उन्हें बेगूसराय जिले की चेरिया-बरियापुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। मंजू वर्मा इस्तीफा देने से पहले बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री रह चुकी हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मंजू वर्मा को जदयू के मुख्यालय के बाहर लगी विधायकों की लाइन में बायोडेटा लिए चक्कर लगाते देखा गया था।
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद हो गई थीं फरार: मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में पति के नाम के आने के बाद मंजू वर्मा कई दिनों तक फरार रही थीं। बाद में उन्होंने बेगूसराय के मंझौल कोर्ट में सरेंडर किया था। इस मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित घर पर छापा मारा था। इस दौरान उनके घर से 50 कारतूस मिले थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मंजू वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर बिहार सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। बाद में उन पर आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं।
क्या था मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड: यह मामला मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में लड़कियों के साथ दुष्कर्म से जुड़ा था। टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस की ओर से बिहार के समाज कल्याण विभाग को भेजी गई एक ऑडिट रिपोर्ट में शेल्टर होम में लड़कियों से ज्यादती होने का खुलासा हुआ था। ये शेल्टर होम बृजेश ठाकुर चलाता था, जो पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का दोस्त बताया गया। इस मामले के खुलासे के बाद मंजू वर्मा ने बिहार की कैबिनेट से इस्तीफा दिया था।