बिहार के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी सुधीर कुमार राकेश ने इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। वह विभाग के कामकाज में विभिन्न तबकों के हस्तक्षेप से नाराज हैं। कथित तौर पर अपनी वरिष्ठता के उल्लंघन को लेकर भी खफा हैं जो अफसरशाही व्यवस्था में बदलाव की वजह से हुई है। हालांकि सुधीर कुमार ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह अस्वस्थता की वजह से इस्तीफा देना चाहते हैं।

राकेश 1983 बैच के अधिकारी हैं। गुरुवार देर शाम उन्होंने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह से मुलाकात कर इस्तीफे की पेशकश की। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने की पेशकश की है। आइएएस अधिकारी विधानसभा के बाहर मुख्य सचिव के साथ देखे गए और दोनों ने विषय पर ज्यादा बात नहीं की। सुधीर कुमार इस विषय बिना ज्यादा बात किए एक कार में बैठकर वहां से रवाना हो गए। इस बारे में मुख्य सचिव ने सिर्फ इतना कहा कि राज्य सरकार मामले को देखेगी।

राकेश पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव हैं। वह इससे पहले मुख्य निर्वाचन अधिकारी के तौर पर सेवा दे चुके हैं और हाल में उन्हें गृह सचिव बनाया गया था। राकेश को अगस्त 2017 में सेवानिवृत्त होना है। बिहार विकास मिशन में निदेशक के तौर पर एक कनिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति से बिहार के कई वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नाराज हैं। यह नोडल एजंसी है जो अगले पांच सालों में मुख्यमंत्री के ‘सात संकल्पों’ को पूरा करेगा। कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को मिशन के तहत काम करना पड़ेगा, जिसे चुनाव रणनीतिज्ञ प्रशांत किशोर देखेंगे।