केंद्रीय गृह मंत्री अम‍ित शाह 16 नवंबर को एनडीए सरकार के शपथ समारोह में शरीक होने पटना पहुंचे। बीजेपी दफ्तर में उनके पहुंचने पर कार्यकताओं व नेताओं की भारी भीड़ उनका स्‍वागत करने के ल‍िए जमा थी। कोरोना के मद्देनजर शारीर‍िक दूरी बनाए रखने के सरकारी द‍िशान‍िर्देशों व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह की खुल कर धज्‍ज‍ियां उड़ रही थीं। शाह जब गाड़ी से उतरे तो उन्‍हें शारीर‍िक दूरी बनाए रखने में काफी मशक्‍कत करनी पड़ी। वह खुद हाथ से नेताओं को दूर रहने का इशारा करते द‍िखे। उनके सुरक्षा प्रहर‍ियों ने मुश्‍क‍िल से उनके ल‍िए रास्‍त बनाया और वह आगे बढ़ते गए।

अम‍ित शाह कुछ समय पहले कोरोना पॉज‍िट‍िव हो गए थे। नेगेट‍िव आने के बाद जब अस्पताल से लौटे तो कुछ ही द‍िन में दोबारा बीमार पड़ गए और उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती होना पड़ा। बि‍हार चुनाव प्रचार में भी उनकी ज्‍यादा सक्रि‍यता नहीं द‍िखी। बताया जाता है क‍ि इसकी वजह भी उनकी तबीयत पूरी तरह ठीक नहीं होना था।

ब‍िहार चुनाव के दौरान अम‍ित शाह गुजरात में पर‍िवार के साथ रहे। कुछ द‍िन पहले ही वह पुन: सक्र‍िय हुए हैं और इसके बाद उन्‍होंने पश्‍च‍िम बंगाल का दौरा क‍िया और सोमवार (16 नवंबर) को नीतीश कुमार के शपथ समारोह में शरीक होने पहुंचे। बता दें क‍ि नीतीश कुमार सातवीं बार ब‍िहार के मुख्‍यमंत्री बन रहे हैं। हालांक‍ि, इस बार उनकी पार्टी जदयू का चुनावी प्रदर्शन शानदार नहीं रहा है। वह व‍िधानसभा में नंबर तीन की पार्टी बन गई है।

इधर बिहार में विपक्षी जेडीयू नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाली नई सरकार के सोमवार शाम को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करेगा। पार्टी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। इस बीच राज्य में विपक्षी महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने भी कहा कि वह शपथग्रहण में शामिल नहीं होगी।

आरजेडी ने ट्वीट किया, ‘राजद शपथ ग्रहण का बहिष्कार करता है। बदलाव का जनादेश राजग के विरुद्ध है। जनादेश को ‘शासनादेश’ से बदल दिया गया।’ विपक्षी पार्टी ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बिहार के बेरोजगारों, किसानों, संविदार्किमयों और नियोजित शिक्षकों से पूछिए कि उन पर क्या गुजर रही है।’