बिहार चुनाव के लिए इस बार सियासी दंगल ज्यादा है, जबकि दंगल के लिए उतरने वाले उम्मीदवारों की संख्या इस बार कम हो गई है। इस बार 2020 के चुनाव की तुलना में 1117 उम्मीदवारों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा निर्वाचन आयोग की दोनों चरणों छंटनी और नाम वापस लेने की तारीखों के बाद सामने आई रपट में सामने आया है। इस बार बिहार की कुल 243 सीटों के लिए कुल 2616 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस बार निर्वाचन आयोग दो चरणों में बिहार की 243 सीटों के लिए चुनाव करा रहा है। इन दो चरणों में से पहले चरण में 122 विधानसभा क्षेत्रों के लिए चुनाव होगा। इन सीटों के लिए कुल 1314 उम्मीदवार मैदान में है।

इस चरण के लिए निर्वाचन आयोग के पास कुल 1690 नामांकन कराए गए थे। इन नामांकन में कुल 1375 वैध पाए गए थे। इसके बाद नामांकन वापस लेने की तय समय सीमा तक 61 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। दूसरे चरण के लिए भी नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। इस चरण में कुल 122 विधानसभा सीट के लिए मतदान कराया जाना है। आयोग के रपट के मुताबिक इस चरण के तहत आयोग के पास में कुल 1761 उम्मीदवारों की ओर से नामांकन दर्ज कराए गए थे।

इन नामांकन में से 1373 नामांकन वैध पाए गए थे, जिसमें से 70 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन का वापस ले लिया था। अब इस चरण के लिए कुल 1302 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं। 2020 विधानसभा चुनाव का आंकड़े के मुताबिक चुनाव के लिए कुल 3733 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दर्ज कराया था। इन उम्मीदवारों में 3362 पुरुष और 370 महिला उम्मीदवार शामिल थी। इस चुनाव में कुल 3205 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी। इनमें 2902 पुरुष और 302 महिलाएं शामिल थी। दूसरे चरण में चैनपुर व गया टाउन विधानसभा ऐसी विधानसभा होगी, जहां पर सबसे अधिक उम्मीदवार मैदान में होंगे।

यहां कुल 22 उम्मीदवार होंगे। इसके अलावा बलराम पुर विधानसभा सीट पर 18 उम्मीदवार मैदान में है। पहले चरण में सबसे अधिक उम्मीदवार वाली सीटों में मुज्जफरपुर व कुरहनी विधानसभा सबसे अधिक उम्मीदवार वाली सीटें हैं। यहां एक सीट पर बीस-बीस उम्मीदवार मैदान में होंगे।