बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद महागठबंधन में मंथन का दौर चल रहा है। इसे लेकर राबड़ी आवास पर एक बैठक भी हुई है। इस बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने कहा कि पोस्‍टल बैलेट की हेराफेरी से हमें हराया गया है। इस बैठक में तेजस्वी को पार्टी विधायक दल के नेता साथ महागठबंधन के घटक दलों की सहमति से नेता प्रतिपक्ष चुना गया।

तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है, लेकिन चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में गया है। उन्होने 2015 चुनाव का जिक्र करते हुए कहा “2015 में भी महागठबंधन जीता था, लेकिन बीजेपी चोर दरवाजे से सरकार में आ गई थी।” राजद नेता ने कहा कि चुनाव में हमने गरीबी, मजदूर, शिक्षा, विकास का मसला उठाया, हमलोगों ने सकारात्मक रूप से राजनीति की और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाया। लेकिन नीतीश कुमार चोर दरवाजे से सत्ता हथियाना चाहते हैं। उन्होने कहा कि वे अब तक सामने नहीं आये हैं। ऐसा लगता है फिर से क्वारंटाइन हो गए हैं।

चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने कहा “मेरी सीट पर तीन बजे तक प्रक्रिया पूरी हुई थी, लेकिन नतीजों का सर्टिफिकेट मुझे आधी रात को दिया गया।” तेजस्वी ने सवाल पूछा कि रात के अंधेरे में ईवीएम रखी हुई गाड़ी इधर उधर क्यों की जा रही थी। पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया पहले होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, आखिर क्यों? तेजस्वी ने मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज को सीलबंद कर रखने की आयोग से अपील की है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार 40 दिनों तक फुटेज और ईवीएम को सुरक्षित रखना है। तेजस्वी ने कहा कि आश्चर्य हो रहा है कि बड़ी तादाद में पोस्टल बैलेट्स को रद्द किया गया।

तेजस्वी ने बिहार की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि भले छल कपट से लोग सत्ता की कुर्सी पर बैठ जाएं, लेकिन लोगों ने हमें दिल में बिठाया है. इसके लिये जनता को धन्यवाद करता हूं।