Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय होने के बाद भी सब कुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा कथित तौर पर महुआ विधानसभा सीट को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कुशवाहा से उनके आवास पर मुलाकात की।
रालोमा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से बाचतीत में कहा, “जो भी नेता आए थे सम्राट चौधरी थे, नित्यानंद राय थे तो उन लोगों ने आपसे क्या कहा। जब हाथ जोड़कर वो लोग चले गए तो आपको उनसे पूछना चाहिए था। नाराज और खुश होने का कोई भी सवाल नहीं है। देखिए मैं इस वक्त यही कहना चाहूंगा कि नथिंग इस वेल इन एनडीए।
बीजेपी नेताओं के साथ रातभर चली मीटिंग के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को अपनी पार्टी की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। हालांकि, फिर उन्होंने इसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की वजह से स्थगित कर दिया। राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “मैं दिल्ली जा रहा हूं। एनडीए में जो फैसले लिए जा रहे हैं, उन पर विचार-विमर्श की जरूरत है। मैं उसी पर बातचीत करने दिल्ली जा रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि सब ठीक हो जाएगा।” केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “जैसा उपेंद्र जी ने कहा है, सब ठीक है और जल्द ही सब ठीक हो जाएगा।”
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एनडीए में कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा
बिहार में एनडीए ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पेश किया। इसके तहत, भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीटों पर, जबकि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा छह-छह सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
सीट शेयरिंग के बाद कुशवाहा ने समर्थकों से मांगी थी माफी
सीट शेयरिंग के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने एक पोस्ट कर अपना समर्थकों से माफी मांगी थी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, “प्रिय मित्रों-साथियों, आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों-लाखों लोगों का मन दुखी होगा। आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परन्तु आप सभी मेरी एवं पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे। किसी भी निर्णय के पीछे कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो बाहर से दिखतीं हैं मगर कुछ ऐसी भी होती हैं जो बाहर से नहीं दिखतीं। हम जानते हैं कि अन्दर की परिस्थितियों से अनभिज्ञता के कारण आपके मन में मेरे प्रति गुस्सा भी होगा, जो स्वाभाविक भी है। आपसे विनम्र आग्रह है कि आप गुस्सा को शांत होने दीजिए, फिर आप स्वयं महसूस करेंगे कि फैसला कितना उचित है या अनुचित। फिर कुछ आने वाला समय बताएगा। फिलहाल इतना ही।”