बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बीच जदयू ने राजद नेता तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है। जदयू ने राजद नेताओं पर हलफनामे में जानकारी छुपाने का आरोप लगाया है।

मंगलवार को जदयू के एक प्रतिनिधिमंडल ने विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव का नामांकन रद्द किए जाने को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मंगलवार को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जदयू प्रतिनिधि मंडल ने आरोप लगाया है कि राघोपुर एवं हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से क्रमशः उम्मीदवार तेजस्वी यादव व तेजप्रताप यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में दिए गए हलफनामे में अपनी संपत्ति को छिपाया है।

ज्ञापन में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, बिहार से माँग किया गया कि तेजस्वी एवं तेजप्रताप द्वारा दिए गए गलत हलफनामे की जाँच की जाए एवं लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा-123 (2) के तहत कार्रवाई की जाए। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि दिए गए ज्ञापन को भारत सरकार के मुख्य चुनाव आयुक्त को सक्षम कार्रवाई के लिए तुरंत प्रेषित किया जाएगा।

मीडिया कर्मियों से बात करते हुए नीरज ने कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी एवं तेजप्रताप के द्वारा चुनावी हलफनामे में संपत्ति विवरणी को छुपाया गया है। प्रतिनिधि मंडल में पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी अनिल हेगड़े, राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खां, राष्ट्रीय सचिव संजय वर्मा, प्रदेश महासचिव नवीन कुमार आर्य व सुढेली मेहता तथा प्रवक्ता अरविंद निषाद शामिल थे।

पीएम के खिलाफ भी चुनाव आयोग में शिकायतः राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने मंगलवार को बिहार चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दायर की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री चुनाव का सामुदायिक आधार पर धुव्रीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं।

पूनावाला ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने अधिवक्ता दीपाली द्विवेदी के माध्यम से चुनाव आयोग में एक शिकायत दायर की है। हालांकि, शिकायत को लेकर आयोग ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।