Bihar Crime News: बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) में जमीन विवाद को फायरिंग होने से चार लोग जख्मी हो गए हैं। इसका आरोप जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक के बेटे पर है। हालांकि एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक विधायक ने इस मामले में अपने बेटे के शामिल होने को लेकर इनकार किया है। हालांकि विधायक ने इस आरोप को खारिज किया है।
बता दें कि आरोप है कि गोपालपुर विधायक नरेंद्र कुमार नीरज (Narendra Kumar Neeraj) उर्फ गोपाल मंडल का बेटा आशीष उर्फ टिंकू 20-25 लोगों के साथ एक भूमि विवाद (Land Dispute) को लेकर भागलपुर के बरारी पहुंचा था। जहां उसने कथित तौर पर फायरिंग कर दी और इसमें चार लोग घायल हो गए। वहीं विधायक का कहना है कि वह इलाके में लड़ाई की बात सुनने के बाद वहां पहुंचा था। वहीं पीड़ित ने विधायक का नाम लेते हुए फायरिंग के लिए सीधे तौर पर उन्हें जिम्मेदार बताया है।
विवाद को लेकर बताया जा रहा है कि इसकी शुरुआत लाल बहादुर सिंह के स्वामित्व वाली 19 कट्ठा जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर हुई। लड़ाई में उसकी पत्नी माधुरी, पुत्र वीर बहादुर, पुत्र का मित्र शरद उर्फ रवि तथा वह स्वयं घायल हो गये। घायलों को इलाज के लिए मायागंज (Mayaganj) अस्पताल में भर्ती कराया गया। लाल बहादुर सिंह ने आशीष के अलावा दिलीप मंडल, धनंजय यादव व 20-25 अन्य पर मारपीट व फायरिंग करने का आरोप लगाया है।
Bihar News- आरोप- विधायक ने फोन कर दी धमकी:
लाल बहादुर सिंह का कहना है कि JDU एमएलए गोपाल मंडल के दूसरे बेटे तरुण ने उनके पुत्र वीर बहादुर सिंह को फोन किया और जमीन से नहीं हटने पर मारने की धमकी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक गोपाल मंडल ने भी उन्हें अपने नंबर से और किसी और के नंबर से फोन कर धमकाया और जमीन खाली करने की बात की।
वहीं एसपी सिटी स्वर्ण प्रभात ने बरारी में फायरिंग की पुष्टि की है। मामले को लेकर उन्होंने कहा, ”घायलों के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” सिटी एसपी के मुताबिक गोलीबारी और मारपीट का आरोप गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे आशीष मंडल, गोपाल मंडल के चचेरे साले दिलीप मंडल, इनके दोस्त धनंजय यादव समेत एक दर्जन से ज्यादा लोगों पर है।
इस मामले की तहकीकात में पुलिस जुटी है। वहीं जिसे गोली लगी है उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। जमीन को लेकर विधायक गोपाल मंडल पर अक्सर मामले होते रहे है। इसके पहले बरारी थाना के तहत शीशमहल होटल के धनंजय यादव को लेकर बकझक हुआ था। इनके खिलाफ बरारी थाने में अर्जी दी गई थी। यह जून 2022 की बात है। हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर भी विवाद हुआ था। बांका के रजौन थाना में भी मामला बताया जा रहा है।