बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही राज्य के उप मुख्यमंत्री व बीजेपी नेता सुशील मोदी और उनकी ही पार्टी के सांसद की राय जुदा नजर आ रही है। सुशील मोदी ने कहा था कि बिहार में कोई पार्टी अकेले सरकार नहीं बना सकती तो वहीं पार्टी के सांसद और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह का कहना है कि हम बिहार में अपने दम पर भी सरकार बना सकते हैं लेकिन जदयू से पुराना नाता है तो गठबंधन तोड़ नहीं सकते।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान आरा से सांसद और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि  हम अपने दम पर भी सरकार बना सकते हैं, इसमें कोई संशय नहीं है लेकिन हम जदयू  के साथ पार्टनरशिप में साल 1996 से हैं और ना हम यह साथ छोड़ना चाहते हैं ना जदयू। हम अपने दोस्तों का साथ नहीं छोड़ते हैं। सीटों को लेकर बंटवारा जल्द हो जाएगा। इसे लेकर कोई विवाद भी नहीं होगा क्योंकि हमारे बीच इसे लेकर कोई मतभेद नहीं है। लोकसभा चुनाव के परिणामों ने बीजेपी और पीएम मोदी के मतों का आधार स्पष्ट कर दिया है तो सीटों का बंटावारा भी इसी मुद्दे पर होना चाहिए।

बता दें कि इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि बिहार में गठबंधन की राजनीति एक ‘‘वास्तविकता’’ है तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इसके त्रिकोण हैं। इनमें से किसी को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि वह अपने बूते चुनाव जीतकर सरकार बना सकता है।

एक इंटरव्यू के दौरान सुशील मोदी ने कहा था कि  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सामने राजद के नेतृत्व वाला विपक्षी महागठबंधन दूर-दूर तक नहीं टिकता और अगला विधानसभा चुनाव राजग के सभी घटक दल मिलकर लड़ेंगे और सफलता हासिल करेंगे।

उन्होंने कहा, आज कोई भी एक दल अपने बलबूते पर चुनाव जीतकर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा अलग चुनाव लड़कर देख चुकी है, जबकि 2014 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू लोकसभा का अलग चुनाव लड़कर देख चुका है। मोदी ने कहा, ‘‘भाजपा को अपनी ताकत के बारे में कोई गलतफहमी नहीं है। हम मजबूत हैं और हमारा संगठन भी है। लेकिन मिलजुलकर चुनाव लड़ेंगे तभी हम लोगों को सफलता मिलेगी।