Bihar Assembly Elections: बिहार में दोनों बड़े गठबंंधन विधानसभा चुनाव में जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन सीट बंटवारा अभी तक बाकी है। दोनों ही गठबंधनों के बीच सीटों बंटवारा आसान भी नहीं होगा। अब इंडिया गठबंधन का हिस्सा भाकपा की तरह से ज्यादा बिहार विधानसभा चुनाव में पिछली बार से ज्यादा सीटों की मांग कर दी गई है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को “बिहार में एक महत्वपूर्ण ताकत” बताते हुए इसके महासचिव डी राजा ने सोमवार को उम्मीद जताई कि वरिष्ठ गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को “उचित” संख्या में सीट देंगे।
पटना में पार्टी के 25वें राज्य सम्मेलन से इतर पत्रकारों से बातचीत में डी राजा ने भाकपा की “संगठनात्मक ताकत और वोट हस्तांतरण करने की क्षमता” का हवाला देते हुए इस बात का बचाव किया कि वामपंथी दल को 2020 की तुलना में इस बार अधिक सीट मिलनी चाहिए। पार्टी ने 2020 में केवल छह सीट पर चुनाव लड़ा था और उसे जीतने में कामयाब रही थी।
‘लालू यादव और तेजस्वी यादव को बताई अपनी इच्छा’
उन्होंने कहा, “हमने अनौपचारिक रूप से लालू प्रसाद (राजद अध्यक्ष) और तेजस्वी यादव को अपनी इच्छा बता दी है। अन्य दल इस बार ज्यादा हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं। इसलिए राजद और कांग्रेस को यथार्थवादी होना चाहिए और भाकपा को ऐसी हिस्सेदारी देनी चाहिए जो बिहार में उसकी उपस्थिति को कम न करे।”
पत्रकारों ने उनसे खासकर भाकपा (माले) लिबरेशन और पूर्व राज्य मंत्री मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी जैसी पार्टियों द्वारा अधिक हिस्सेदारी की मांग के मद्देनजर भाकपा की अपेक्षाओं के बारे में सवाल पूछा था। इसके जवाब में राजा ने कहा, “भाकपा बिहार में एक बड़ी ताकत है… हमारे लिए सम्मानजनक हिस्सेदारी ‘महागठबंधन’ की जीत सुनिश्चित करेगी।” (इनपुट – भाषा)
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 परिणाम
पार्टी | कितनी सीटों पर लड़ी | कितनी सीटें जीती |
भाजपा | 110 | 74 |
जदयू | 115 | 43 |
वीआईपी | 11 | 4 |
हम | 7 | 7 |
राजद | 144 | 75 |
कांग्रेस | 70 | 19 |
सीपीआई एमएल | 19 | 12 |
सीपीआई | 6 | 6 |
सीपीआईएम | 4 | 2 |
एआईएमआईएम | 20 | 5 |
बीएसपी | 78 | 1 |
लोजपा | लगभग 134 | 1 |
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