Bihar Assembly Bypoll: बिहार में विधानसभा उपचुनाव से पहले आरा के बाहुबली नेता नरेंद्र पांडेय (सुनील पांडेय) अपने बेटे के साथ बीजेपी में शामिल हो गए। पांडेय चार बार के विधायक है। रविवार को उन्होंने अपने बेटे विशाल प्रशांत के साथ भाजपा का दामन थाम लिया।

सूत्रों ने कहा कि प्रशांत आगामी तरारी विधानसभा उपचुनाव लड़ सकते हैं। यहां से पहले जो सीपीआई (एमएल) नेता सुदामा प्रसाद विधायक थे, लेकिन 2024 के लोकसभा में वो आरा से सांसद चुने गए। जिसके बाद यह सीट खाली हो गई।

सुनील पांडे ने पहली बार 2000 में भोजपुर जिले की पीरो विधानसभा सीट से जनता दल के टिकट पर जीत हासिल की थी और 2005 में जेडी(यू) के उम्मीदवार के तौर पर सीट बरकरार रखी थी। उन्होंने 2010 के विधानसभा चुनाव में तरारी (2008 के परिसीमन के बाद पीरो का नाम बदलकर तरारी हो गया) का भी प्रतिनिधित्व किया था। पांडे ने 2015 के चुनाव से पहले जेडी(यू) छोड़ दी थी। उनकी पत्नी गीता पांडे 2015 का चुनाव एलजेपी के उम्मीदवार के तौर पर हार गई थीं, जबकि वे 2020 का विधानसभा चुनाव हार गए।

बिहार भाजपा प्रमुख दिलीप जायसवाल ने कहा कि उनके शामिल होने से एनडीए और मजबूत होगा। पांडे ने मीडियाकर्मियों से कहा: “मैं जेडीयू के साथ था और लंबे समय तक एनडीए की सेवा की है। हम एनडीए को अजेय इकाई बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।”

पांडेय पर 24 से ज्यादा केस दर्ज हैं। उन्हें 2003 में डॉ. रमेश चंद्र के अपहरण मामले में दोषी ठहराया गया था, लेकिन बाद में 2010 में पटना हाईकोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। हालांकि, भाजपा नेताओं के एक वर्ग ने कहा कि पार्टी को पांडेय जैसे लोगों को शामिल करने से बचना चाहिए था।