Chandan Mishra Murder: पटना के पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं, चुनावी मौसम में यह बड़ा मुद्दा भी बन चुका है। इस बीच पश्चिम बंगाल से इसी मामले में एक बड़ी गिरफ्तारी हुई है। सूत्रों के मुताबिक शेरू गिरोह से जुड़े शूटर्स को गिरफ्तार किया गया है। अभी तक पुलिस ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।
कैसे चला ऑपरेशन, कौन गिरफ्तार?
शुरुआती जानकारी के मुताबिक पटना पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को चलाया था। पश्चिम बंगाल से कुछ आरोपियों को पकड़ा गया था, लेकिन संख्या कितनी रही, ये अभी साफ नहीं है। बताया जा रहा है कि बिहार पुलिस को शेरू सिंह के नेटवर्क को लेकर कुछ इनपुट मिले थे, उनके आधार पर ही एक रणनीति बनाई गई और सीधे बंगाल पहुंचा गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने चंदन मिश्रा हत्याकांड तो लेकर बताया था कि बक्सर जिले के निवासी चंदन इलाज के लिए अस्पताल गया था। पटना (मध्य) की पुलिस अधीक्षक दीक्षा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया आरोपी चंदन बेऊर जेल में बंद था और पैरोल पर बाहर आने के बाद इलाज के लिए अस्पताल गया था।’’
पुलिस ने क्या बताया?
उन्होंने आगे आगे कहा था कि पुलिस को सूचना मिली कि बृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे पटना के एक निजी अस्पताल में कुछ हथियारबंद लोगों ने एक शख्स को गोली मार दी। घटना उस समय हुई जब वह अस्पताल में इलाज के लिए आया था। वह पैरोल पर जेल से बाहर आया था।
किसने मारी गोली?
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा का कहना है कि ‘चंदन मिश्रा पर हत्या के दर्जनों केस दर्ज थे। एक मामले में चंदन सजायाफ्ता भी है। चंदन इतना दुर्दांत अपराधी है कि इसे बक्सर से भागलपुर जेल भेजा गया था। इलाज के कारण पेरोल दिया गया था। चंदन के विरोधी गुट ने गोली मारी है।
ये भी पढ़ें- 5 बदमाशों ने चंदन मिश्रा को मारी गोली