पंजाब में मुफ्त बिजली योजना की घोषणा करने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को राज्य के करीब 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज की जांच के आदेश दिए। यह कर्ज पिछली सरकारों के कार्यकाल में पंजाब पर चढ़ा था। पंजाब पर फिलहाल 2.67 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है।

पंजाब अपनी लोकलुभावन योजनाओं के चलते राजस्व बढ़ाने में पिछली सरकारों की अक्षमताओं के कारण कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। पंजाब सरकार के सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों बढ़ते कर्ज ने संकट जैसे हालात पैदा कर दिए थे। पता चला है कि अप्रैल, 2021 और फरवरी, 2022 के बीच पिछली सरकार ने पहले ही 19,393.86 करोड़ रुपए उधार ले लिए थे। अगर पिछले सालों के 2.48 लाख करोड़ रुपए को भी कर्ज में जोड़ा जाए तो कुल कर्ज 2.67 लाख करोड़ रुपए होगा।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिए जांच के आदेश- इस बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हम पूछताछ करेंगे कि ये सारा पैसा कहां खर्च हुआ, जिसके बाद उसकी वसूली का आदेश देंगे, यह जनता का पैसा था।” सीएम के फैसले का स्वागत करते हुए शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने पिछले एक महीने में आम आदमी पार्टी सरकार की ओर से जारी किए गए सभी विज्ञापनों की जांच की मांग की है।

आप के विज्ञापनों की भी हो जांच – अकाली दल ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने जनता से किए सभी वादों से मुकरने के लिए खाली खजाने का बहाना बनाया था। राज्य की बागडोर संभालने से पहले राज्य की वित्तीय स्थिति की वास्तविकता जानने के बावजूद, मुख्यमंत्री अब इस स्थिति के पीछे के कारणों की जांच करने का बहाना लेकर आए हैं। अकाली दल के नेता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ये जांच राज्य में सभी महिलाओं को 1,000 रुपए वितरित करने के सरकार के वादे को पूरा करने के अलावा सभी घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के वादे के बीच नहीं आनी चाहिए।

चीमा ने यह भी कहा कि राज्य द्वारा पिछले एक महीने में कार्यालय में जारी किए गए विज्ञापनों की जांच की जानी चाहिए। रिपोर्टों के अनुसार, करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल देशभर में आम आदमी पार्टी के प्रचार और प्रसार के लिए किया जा रहा है। आप सरकार द्वारा दक्षिण भारत और यहां तक ​​कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे चुनावी राज्यों में अपनी कथित उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं। इस उद्देश्य के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, जिससे पंजाब या पंजाबियों को किसी भी तरह से कोई फायदा नहीं हुआ है।

300 यूनिट तक मुफ्त बिजली की घोषणा- हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य में मुफ्त बिजली के वादे को पूरा करते हुए 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली की घोषणा की है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “सारे पंजाबियों को बधाई, एक जुलाई से हर परिवार को हर महीने 300 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। हम अपनी दी हुई गारंटी पूरी करते हैं। पंजाब की जनता को दी गई बाकी गारंटियां भी हम एक-एक कर के पूरी करेंगे। अब जनता का पैसा जनता की सहूलियत पर खर्च किया जाएगा।”

पंजाब की तरक्की में पैसे की कमी नहीं- भगवंत मान के इस फैसले की सराहना करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “भगवंत जी, इस शानदार निर्णय के लिए बहुत बधाई। हमने अपना पहला वादा पूरा किया। हम जो कहते हैं, करते हैं। दूसरी पार्टियों की तरह झूठे वादे नहीं करते अब साफ नीयत वाली ईमानदार, देशभक्त सरकार आ गई है। भ्रष्टाचार ख़त्म करके पैसे बचाएंगे। पंजाब की तरक़्क़ी में पैसे की कमी नहीं होने देंगे।”