महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका दिया है। शिवसेना के संस्थापक स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे के पोते निहार ठाकरे ने शिंदे गुट को ज्वॉइन कर लिया है। निहार ठाकरे के शिंदे गुट में ज्वाइन होने से उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है। वहीं निहार ठाकरे ने कहा है कि वह आने वाले अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए शिंदे समर्थित उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।

निहार ठाकरे ने कहा कि वह एकनाथ शिंदे गुट का समर्थन करते हैं और चुनाव प्रचार के लिए भी तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने राजनीति में शामिल होने की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया। उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, “यदि आवश्यक हुआ, तो मैं उपचुनाव और बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) चुनावों के लिए खुद को उपलब्ध रखूंगा। मैं शिंदे जी को समर्थन देना जारी रखूंगा।”

बाला साहेब ठाकरे के बड़े बेटे बिंदुमाधव ठाकरे के बेटे निहार ठाकरे पेशे से वकील हैं। वह सुप्रीम कोर्ट में चल रही “असल शिवसेना” की लड़ाई में मुख्यमंत्री शिंदे की कानूनी टीम का भी हिस्सा हैं। निहार ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे दिवंगत दादाजी की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं और इसलिए उन्होंने उनको अपना समर्थन दिया है।

बता दें कि आने वाली 3 नवंबर को अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उप चुनाव होगा। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बीजेपी के उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया है। बीजेपी ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना के खिलाफ मुर्जी पटेल को उम्मीदवार बनाया है। जबकि उद्धव ठाकरे ने रुतुजा लटके को बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार बनाया है। इस वर्ष जून में ही एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से बगावत की थी और उसके बाद यह पहली बार बड़ा चुनावी मुकाबला होगा। बता दें कि उद्धव ठाकरे का साथ जयदेव ठाकरे से लेकर चंपा सिंह थापा भी छोड़ चुके हैं

दशहरा के मौके पर जब एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से हटकर एक अलग रैली को संबोधित किया, इस दौरान निहार ठाकरे, उद्धव ठाकरे के मंच पर ना होकर एकनाथ शिंदे के साथ मंच पर मौजूद थे। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे और उनकी पूर्व पत्नी स्मिता ठाकरे ने भी एकनाथ शिंदे के साथ मंच साझा किया था। एकनाथ शिंदे ने एक संदेश भेजने की कोशिश की है कि उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे को छोड़कर ठाकरे परिवार के सभी सदस्य एकनाथ शिंदे के समर्थन में हैं।