बागेश्वर धामा के पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों बिहार की राजधानी पटना में हैं। पटना में चल रहे धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम हजारों लोग शामिल हो रहे हैं। इन लोगों में बिहार भाजपा के बहुत सारे नेता भी शामिल हैं। अब धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है।
अभी तक महागठबंधन के नेता धीरेंद्र शास्त्री पर बयान देने से बच रहे थे। हालांकि मंगलवार को जब धीरेंद्र शास्त्री ने अपने कार्यक्रम में कहा कि अगर बिहार के 13 करोड़ लोगों में 5 करोड़ लोग ही अपने माथे पर तिलक लगाकर निकलेंगे तो हिंदू राष्ट्र का संकल्प पूरा हो जाएगा।
धीरेंद्र शास्त्री के इसी बयान के बाद नीतीश कुमार की तरफ से पलटवार किया गया। उन्होंने कहा कि हमारे देश का एक संविधान है और कोई भी नेता इसे बदल नहीं सकता।
महागठबंधन सरकार में नीतीश की पार्टी के साथी राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने राज्य सरकार से मांग की कि धीरेंद्र शास्त्री को उसी तरह से गिरफ्तार किया जाए, जैसे रथ यात्रा के दौरान लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार किया गया। उस समय के बिहार सीएम लालू यादव ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई थी।
बता दें कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री की पटना में चल रही हनुमंत कथा में हर दिन हजारों लोग पहुंच रहे हैं। धीरेंद्र महज 26 साल के हैं। कुछ समय पहले तक धीरेंद्र शास्त्री को बेहद कम लोग ही जानते थे लेकिन पिछले दो सालों में वह सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा वायरल होने वाले व्यक्तियों में से एक हैं।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनके कार्यक्रमों में कई बार देखे गए हैं। अब कहा जा रहा है कि बिहार के बाद धीरेंद्र शास्त्री राजस्थान और छत्तीसगढ़ जाने वाले हैं। इन दोनों राज्यों में इस साल चुनाव होना है।
मंगलवार को कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “ऐसा लगताहै कि मेरा संकल्प बिहार से ही पूरा होगा। आज एक संकल्प लेकर घर जाना। जिस दिन बिहार राज्य के 13 करोड़ लोगों में से 5 करोड़ भी घर से तिलक लगाकर निकलेंगे, उसी दिन भारत हिंदू राष्ट्र की ओर अग्रसर हो जाएगा।”
नीतीश बोले- सभी धर्मों का सम्मान करते हैं
इसके बाद मीडिया से बातचीत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धीरेंद्र शास्त्री को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। लोग अपने धर्म का पालन करने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन जो बात कर रहे है वो देश का नाम रखे जाने के बाद पैदा हुआ? मैं भी देश की आजादी के बाद पैदा हुआ था।”
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि भारत जैसे कई धर्मों वाले देश में हर आस्था का सम्मान होता है। उन्होंने कहा, “किसी को इंटरफेयर नहीं… कोई कुछ बोल रहा तो अपनी मर्जी से बोल रहा है।”
बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि जिनका सनातन धर्म में विश्वास है वो बाबा धरेंद्र शास्त्री के दरबार में जाएंगे। मैं जेडीयू की धर्म की भावना पर हैरान हूं। जेडीयू मतदाताओं को लुभाने के लिए मटन और चावल के भोज का आयोजन कर रही है। उन्होंने राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि यह पार्टी धीरेंद्र शास्त्री पर हमले बोलकर मुसलमानों को खुश करने की कोशिश कर रही है।
धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले नेताओं में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह , अश्विनी कुमार चौबे और रामकृपाल यादव शामिल हैं। इसके अलावा सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा भी उनके कार्यक्रम में शिरकत कर चुके हैं। दिल्ली से बीजेपी के सांसद और मनोज तिवारी खुद मनोज तिवारी धीरेंद्र शास्त्री की गाड़ी चलाकर उन्हें पटना के होटल ले गए थे।
विपक्षी दलों का कोई भी नेता अभी तक हनुमंत कथा में शामिल नहीं हुआ है। इस कथा में शामिल होने का न्योता नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को भी भेजा गया था। कहा जा रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में शुरुआती तीन दिनों में दो लाख लोग शामिल हो चुके हैं। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के भाई तेज प्रताप धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम का विरोध करने वाले नेताओं में से एक थे लेकिन उनके बिहार पहुंचे के बाद से तेज प्रताप शांत हैं।