सपा नेता और यूपी सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान (Azam Khan) के मीडिया प्रभारी फसाहत खान शानू (Fasahat Khan Shanu) को छह महीने के लिए जिलाबदर किया गया है। अब अगर फसाहत खान शानू रामपुर में नजर आते हैं तो पुलिस को उनको गिरफ्तार कर लेगी। फसाहत खान शानू पर यतीमखाना और डूंगरपुर मामले में कई संगीन धाराओं में मुक़दमे दर्ज हैं। पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर एडीएम राम भरत तिवारी ने उन्‍हें जिलाबदर घोषित किया।

डीएम आन्जेय कुमार सिंह ने फसाहत खान शानू को जिलाबदर किए जाने की पुष्टि की है। फसाहत को जिला बदर करने को लेकर कई दिनों से कार्रवाई चल रही थी। रामपुर जिलाधिकारी ने बताया कि फसाहत खान शानू को छह महीने के लिए जिला बदर किया गया है। इस अवधि में अगर वो जिले की सीमा में दिखाई पड़ते हैं तो पुलिस उनको गिरफ्तार कर लेगी।

24 जून 2020 को फसाहत खान शानू को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस वक्त पुलिस ने उसके कब्जे से लूट का सामान और दो भैंसें बरामद की थीं। उस वक्त फसाहत पर कुल 24 मुकदमे दर्ज थे। 30 नंवबर 2019 को भी सांसद आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान शानू को प्रशासन ने जिला बदर घोषित कर दिया है।

क्या कहा था फसाहत खान शानू ने-
कुछ हफ्ते पहले सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ बयान देने के चलते फसाहत खान शानू सुर्खियों में आये थे, तब उन्‍होंने कहा था कि अखिलेश यादव नहीं चाहते आजम खान जेल से बाहर आएं। उन्‍होंने आगे कहा कि आजम खान के बाहर जेल से बाहर न आने से हम लोग सियासी रूप से यतीम हो गए हैं। हम कहां जाएंगे और किसको अपना गम बताएंगे। हमारे साथ तो समाजवादी पार्टी भी नहीं है, जिसके लिए हमने खून बहाया है। फसाहत खान शानू ने कहा, ”हमारे नेता (आजम खान) ने अपनी जिंदगी सपा को दे दी, लेकिन समाजवादी पार्टी ने आजम खान के लिए कुछ नहीं किया। वोट भी अब्दुल देगा, जेल भी अब्दुल जाएगा, अब्दुल बर्बाद हो जाएगा, अब्दुल के घर की कुर्की हो जाएगी, क्या सारा ठेका मुसलमान ने ले रखा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुंह से एक शब्द नहीं निकलेगा। हमने आपको ( अखिलेश यादव) और आपके पिता ( मुलायम सिंह यादव) को मुख्यमंत्री बनाया। आपकी बिरादरी ने आपको वोट भी नहीं दिया।”

अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए फसाहत खान शानू ने कहा था कि आपने बीजेपी से मेरी दुश्मनी करा दी। सजा हमको मिल रही है। आप मजे ले रहे हो। आप हमारे नेता ( आजम खान) से एक बार ही जेल में मिलने पहुंचे। दूसरी बार आपने मिलने की कोशिश भी नहीं की, ऐसे में क्या यह मान लिया जाए, जो सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं। बीजेपी से हमारी क्या शिकायत है, जैसा व्यवहार वो हमारे साथ करते हैं, वैसा व्यवहार हम उनके साथ करते हैं।

फसाहत खान शानू ने कहा, ”हमारे कपड़ों से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बदबू आती है। स्टेज पर हमारा नाम तक नहीं लेते। सारा जिम्मा अब्दुल ने ले लिया है। दरी भी अब्दुल बिछाएगा, वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल ही जाएगा।”