Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के पुजारियों के लिए जारी किए गए रोस्टर पर रोक लगा दी है। सभी पुजारी जैसा पहले पूजा करते थे वैसे ही करेंगे। रोस्टर पर पुजारियों ने आपत्ति जताई थी। राम मंदिर में पुजारी तय समय में पूजा को खत्म कर रहे हैं। रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि सभी पुजारियों के द्वारा ट्रस्ट को दिए गए पत्र के बाद अपने फैसले को वापस ले लिया है। अब सभी पुजारी पहले की ही तरह बिल्कुल टाइम पर अपनी सेवाएं दे पाएंगे।

बता दें कि सावन का महीना चल रहा है। इसे लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारी के साथ में मीटिंग की थी। इसमें पुजारियों को अलग-अलग बांट दिया गया और उनकी शर्तों के साथ में ड्यूटी लगाई। इसमें बताया गया कि जिस पुजारी की ड्यूटी जिस जगह पर लगाई गई है। वहां से वह अगले 15 दिनों तक वह दूसरी जगह पर नहीं जा पाएंगे। सीधे शब्दों में बताएं तो कुबेर टीला और यज्ञशाला पर तैनात पुजारी अगले 15 दिनों तक राम मंदिर में एंट्री नहीं कर पाएंगे। इसको लेकर सभी पुजारियों ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद ट्रस्ट ने नई व्यवस्था पर रोक लगा दी।

नए ड्रेस कोड की भी थी चर्चा

राम मंदिर में सेवा करने वाले पुजारियों के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया। मंदिर के पुजारी अब सफेद धोती और पीले रंग की चौबंदी (कुर्ता) में नजर आएंगे। यह राम मंदिर की तरफ से दिया जाएगा। ड्रेस कोड के अलावा राम मंदिर ट्रस्ट ने रामलला की पूजा करने वाले सभी 25 पुजारियों को कीपैड फोन जारी किए हैं। मंदिर परिसर में एंड्रॉयड फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। पुजारियों को अब केवल उन्हें दिए गए कीपैड फोन का ही इस्तेमाल करना होगा, जबकि उनके एंड्रॉयड फोन मंदिर के अंदर बने लॉकर रूम में रखे जाएंगे।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने नए पुजारियों के साथ बैठक की थी। इस मीटिंग में ड्रेस कोड और फोन इस्तेमाल करने को लेकर चर्चा की गई थी। ट्रस्ट हर एक पुजारी को गर्मी और सर्दी दोनों मौसमों के लिए तीन-तीन जोड़ी कपड़े भी देगा। राय ने नए पुजारियों से कहा कि राम मंदिर परिसर में फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्ड करना सख्त मना है।