Ayodhya Ram Mandir: गुजरात के सूरत स्थित एक हीरा कंपनी (ग्रीनलैब डायमंड्स) ने अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के लिए 6 किलोग्राम का मुकुट डिजाइन दान किया है। कंपनी ने दान करने से पहले उसके मुकुट को डिजाइन भी करवाया। मुकुट में जहां तीन किलो सोना लगा है, वहीं बाकी का वजन मुकुट पर जड़े 300 कीमती पत्थरों, मोती, हीरे और रत्नों का है।

हालांकि, सोमवार को रामलला की स्थापना के दौरान यह मुकुट मूर्ति की पोशाक का हिस्सा नहीं था, लेकिन ग्रीनलैब डायमंड्स के मालिक मुकेश पटेल ने इसे मंदिर को दान कर दिया है।

ग्रीनलैब डायमंड्स के मालिक के बेटे संकेत पटेल (30) ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “यह बहुत त्वरित निर्णय था। हमने 4 जनवरी को मुकुट बनाना शुरू किया। हमने विश्व हिंदू परिषद से बात की और उन्हें बताया कि हम यह करना चाहते हैं। हम माप लेने के लिए अयोध्या गए और यह समझने के लिए कि हम इसे कैसे बनाना चाहते हैं, हमारे पास लगभग 12 दिन थे। इसलिए, हमने इस पर काम करने के लिए लगभग 40-45 लोगों को नियुक्त किया।’

संकेत ने कहा कि मुकुट बनाने को लेकर हमने मूर्तिकार अरुण योगीराज के साथ चर्चा की, क्योंकि अंततः यह उनकी दृष्टि थी जिसने राम लला की मूर्ति बनाई, क्योंकि इसकी कोई छवि नहीं है। इसलिए, हमने सोचा, वह इस प्रक्रिया में हमारा मार्गदर्शन करने के लिए सबसे अच्छा होगा। हमने कुछ रेखाचित्र बनाए और उन्हें उनके साथ साझा किया। उन्हें वे बहुत पसंद आए। इसके साथ फिर हमने प्रोसेस को आगे बढ़ाया।’

पटेल ने कहा कि मुकुट 21 जनवरी की रात को अयोध्या पहुंचा और उस समय तक मूर्ति तैयार हो चुकी थी, इसलिए इसका भव्य अनावरण नहीं हो सका, लेकिन मुझे यकीन है कि जब वे आने वाले दिनों में पोशाक बदलेंगे, तो हम ऐसा करने में सक्षम होंगे।

बता दें, ग्रीनलैब डायमंड्स की शुरुआत 50 साल पहले हुई थी। शुरुआत में इसका नाम एम कांतालाल एक्सपोर्ट्स था। हालांकि, 2017 में कंपनी ने हरे हीरों की ओर पर्यावरण को लेकर ध्यान दिया और हीरों के खनन से परहेज किया। कंपनी ने पहले प्रयोगशाला में विकसित 7.5 कैरेट का हीरा बनाया था। जिसे प्रधा मंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन को उपहार में दिया था।