Ayodhya Land Dispute, Supreme Court hearing: अयोध्या के जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई आखिरकार पूरी कर ली है। अब जल्द ही फैसले का ऐलान होने की संभावना है। यह फैसला आते ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने फील्ड में काम करने वाले अफसरों की छुट्टियां कैंसिल कर दी है। आदेश के मुताबिक किसी को भी 30 नवंबर से पहले छुट्टी नहीं दी जाएगी। इस अवधि में बहुत जरूरी होने पर ही छुट्टी मिल पाएगी।
इसी अवधि में हैं सभी बड़े त्योहारः प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले और निकाय स्तर पर तैनात अधिकारियों खासतौर से पुलिस और प्रशासन से जुड़े अफसरों को अनिवार्य तौर पर ड्यूटी करनी है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। बता दें कि इस अवधि में हिंदू कैलेंडर के लगभग सभी त्योहार आने वाले हैं जिनमें दिवाली, भाई दूज और छठ पूजा भी शामिल हैं। इनके अलावा गुरुनानक जयंती भी मनाई जानी है।
‘छुट्टियां रद्द होना सामान्य बात है’: यूपी सरकार के सूचना निदेशक शिशिर ने मीडिया को बताया, ‘त्योहारों में छुट्टियां रद्द होना सामान्य बात है, इसमें नया कुछ नहीं है।’ चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने सभी पक्षों से तीन दिनों के भीतर मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर लिखित जवाब देने के लिए कहा है। इसके साथ ही फैसला भी सुरक्षित रख लिया गया, जिसका ऐलान नवंबर महीने में संभव है।
सुरक्षा व्यवस्था देशभर में चाक-चौबंदः अयोध्या जमीन विवाद बेहद संवेदनशील मसला है, इसी के मद्देनजर योगी सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। फैसले के ऐलान के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था की लगातार समीक्षा की जा रही है। अयोध्या में पहले से ही धारा 144 लगाई जा चुकी है। यूपी ही नहीं देशभर में सभी संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। यह मसला अरसे से लंबित है।