प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिन पहले लखनऊ की सड़कों पर कश्मीरी युवकों के साथ बदतमीजी करने वाले भगवाधारियों की करतूत की निंदा की है और कहा है कि ये सिरफिरों का काम है। पीएम ने कहा, ‘‘देश में एकता का वातावरण बनाए रखना बहुत अहम है। लखनऊ में कुछ सिरफिरे लोगों ने हमारे कश्मीरी भाइयों के साथ जो हरकत की थी, उस पर यूपी सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। मैं अन्य राज्य सरकारों से भी आग्रह करूंगा कि जहां भी ऐसी हरकत करने की कोई कोशिश करे, उस पर कठोर कार्रवाई की जाए।’’ बता दें कि भगवाधारी कुछ लोगों के कृत्य ने दो दिन पहले भले ही देश भर में लोगों को झटका दिया था, लेकिन पुलिस की समय पर की गयी कार्रवाई और स्थानीय लोगों के सौहार्द ने सूखे मेवे बेचने वाले दो कश्मीरियों के भीतर सुरक्षा का भाव पैदा किया और वे फिर से मेवे बेचने लगे।
लखनऊ के डालीगंज क्षेत्र में भगवाधारी कुछ लोगों ने दो कश्मीरी युवकों के साथ मारपीट की थी। लेकिन पुलिस और स्थानीय लोगों की सकारात्मक एवं उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया के फलस्वरूप वे फिर से अपने काम धंधे में लग गये। कश्मीर के रहने वाले ये लोग अक्सर ठंड के दिनों में पिछले कई बरस से मेवे बेचने राजधानी लखनऊ आते हैं। बुधवार शाम मेवे बेचने के दौरान उन पर भगवाधारी कुछ लोगों ने लाठी डंडों से हमला बोल दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
कश्मीरी युवकों में से एक मोहम्मद अफजल ने कहा, ”यहां के लोग बहुत अच्छे हैं… अब सब कुछ ठीक है।”” अफजल ने कहा, ”लोगों ने इतना प्यार दिया, इतनी देखभाल की कि अब हमें कोई डर नहीं है। फिलहाल वापस लौटने का इरादा नहीं है। हम 20 दिन बाद जाएंगे और अगले बरस फिर आएंगे।” यह पूछने पर कि घाटी क्या संदेश लेकर जाएंगे, उन्होंने कहा कि वह बताएंगे कि लखनऊ के लोग कितने अच्छे हैं। अफजल ने कहा कि केवल गुंडे लोग ही ऐसा करते हैं जबकि यहां के लोग बहुत मददगार हैं।
वायरल हुए वीडियो में साफ दिखायी दे रहा था कि भगवा कुर्ता पहने दो लोग दोनों कश्मीरी युवकों की पिटाई कर रहे थे, जब वे सड़क किनारे एक चादर में मेवे रखकर बेच रहे थे। एक ने लाठी से उन्हें पीटा। मुख्य आरोपी खुद को विश्व हिन्दू दल का अध्यक्ष बताता है, हालांकि इस संगठन को लोग कम ही जानते हैं। पास के सब्जी बेचने वाले ने कहा कि अगर दोनों कश्मीरी युवक उसके नजदीक बैठते तो शायद यह घटना ना होती। सब्जी विक्रेता राजू ने कहा, ””वे कुछ दूरी पर बैठे थे जिसकी वजह से युवक उन्हें पीटने में सफल हो गये और अगर वह हमारे साथ बैठे होते तो हम उन्हें पिटने नहीं देते।”
क्षेत्र में शुक्रवार को पुलिसकर्मी हर किसी पर कड़ी नजर रखते दिखे । अफजल ने कहा, ‘‘कई लोग हमसे पूछ रहे हैं कि क्या हुआ था । जो नहीं जानते, वे भी हमारी कुशलता पूछ रहे हैं। सब लोग उत्साह बढा रहे हैं और बहुत मददगार हैं।’’ लखनऊ पुलिस ने हमले के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि कश्मीरी युवक डालीगंज पुल पर मेवे बेच रहे थे। अचानक कुछ लोग आए और उन्हें पत्थरबाज कहकर पीटने लगे।
एक जागरूक नागरिक ने घटना का वीडियो बना लिया और मामला प्रकाश में आया। उसके बाद पुलिस हरकत में आई और मुख्य आरोपी बजरंग सोनकर को गिरफ्तार कर लिया और बाद में उसकी निशानदेही पर तीन अन्य आरोपियों हिमांशु गर्ग, अनिरूद्ध और अमर कुमार को गिरफ्तार किया गया। कश्मीरी युवकों के नाम अब्दुल और अफजल हैं, जो जम्मू कश्मीर के कुलगाम के रहने वाले हैं।