अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद आज पहला जुमा है। ईद से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। आशंका है कि नमाज के बाद लोग सड़कों पर उतरकर हंगामा कर सकते हैं। यूपी में इसे लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है। खास तौर पर प्रयागराज के संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। वहीं अतीक के बेटे उमर की आज कोर्ट में पेशी होनी है। उस पर एक व्यापारी के अपहरण का मामला दर्ज है। उस पर पहले ही आरोप तय हो चुके हैं।

लखनऊ जेल में बंद है उमर

अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर जेल में बंद है। सीबीआई ने उसके खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया था। उमर पर 7 अप्रैल को इस मामले में आरोप तय हो गए हैं। बताया जा रहा है कि उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी कराई जाएगी। सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। उमर पर लखनऊ के एक व्यापारी मोहित जायसवाल को 29 दिसंबर 2018 को अगवा कर देवरिया जेल में ले जाने का आरोप है।

अतीक भी उस दौरान देवरिया जेल में ही बंद था। यहां जेल में अतीक ने मोहित जायसवाल की पिटाई की और उससे फिरौती की मांग की। ये भी आरोप है कि उसने पीड़ित व्यापारी की कम्पनी को अपने सहयोगी के नाम ट्रांसफर करवा दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया था।

2 लाख का इनामी था उमर

मोहित जायसवाल के अपहरण के मामले में उमर दो लाख का इनामी था। सीबीआई के दवाब के बाद उसे सरेंडर करना पड़ा। उमर तभी से लखनऊ की जेल में बंद है। जानकारी के मुताबिक अतीक के बड़े बेटे उमर को पिता और चाचा की मौत की खबर रविवार को पता चली। इसके बाद से उसका बुरा हाल है। वह बैरक में बेहोश हो गया। उमर ने जेल कर्मियों से भी बात करना बंद कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पिता अतीक और चाचा अशरफ की हत्या की खबर जैसे ही उमर को पता चली तभी उसने बंदी रक्षकों से सिर्फ एक सवाल किया. उमर ने पूछा कि हत्या करने वाले कौन थे? वो पकड़े गए या उनका एनकाउंटर हुआ? इससे पहले जब उमर को छोटे भाई असद के एनकाउंटर की खबर मिली थी तो वह करीब 1 घंटे तक रोता रहा था।