उमेश पाल मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा माफिया डॉन अतीक अहमद की रिमांड कॉपी से हुआ है। इसमें उसने कबूल किया है कि जेल में बैठकर उसने उमेश पाल की हत्या की पूरी साजिश रची थी। शाइस्ता परवीन नया सिम और फोन लेने को कहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉपी में कहा गया कि शाइस्ता परवीन से मुलाकात के दौरान साजिश की बात बताई थी। अतीक के छोटे भाई अशरफ को भी मोबाइल फोन और सिम कार्ड मुहैया कराया गया। इसमें यह भी कहा गया कि पहले दो पुलिसवालों की हत्या की भी साजिश रची थी।
24 फरवरी को उमेश पाल और दो सरकारी गनर की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें अतीक का बेटा असद अहमद नजर आया था। तभी से असद और उसका सहयोगी शूटर गुलाम फरार थे। कल झांसी में पुलिस के साथ मुठभेड़ में दोनों मारे गए। 2005 के राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल मुख्य गवाह थे। आज असद को प्रयागराज में दफनाया जाएगा। इस बीच अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने बेटे का चेहरा आखिरी बार देखने की इच्छा जताई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस और अन्य एजेंसियों को असद के जनाजे में शाइस्ता परवीन के आने के इनपुट मिले हैं। इसे लेकर पुलिस अलर्ट पर हो गई है। शाइस्ता भी उमेश पाल मर्डर केस में मोस्ट वांटेड है और उस पर पुलिस ने इनाम घोषित किया हुआ है। प्रयागराज में अतीक के घर के आसपास सादी वर्दी में पुलिसकर्मी और महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
मुठभेड़ के बाद ट्विटर पर ट्रेंड हुआ हैशटैग ‘मिट्टी में मिला दूंगा’
उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी के गुरुवार को कथित मुठभेड़ में मारे जाने के बाद ट्विटर पर हैशटैग ‘मिट्टी में मिला दूंगा’ ट्रेंड करने लगा। एसटीएफ की इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ताओं को प्रयागराज में पाल की हत्या के एक दिन बाद 25 फरवरी को राज्य विधानसभा में दिया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह बयान याद आ गया, जिसमें उन्होंने कहा था, “हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।” यह हैशटैग काफी समय से ट्रेंड में शीर्ष पर था। लोगों ने इसके जरिए योगी आदित्यनाथ की माफिया के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन किया। देर शाम तक ट्वीट पर कई हजार लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। असद और गुलाम की कथित मुठभेड़ में मौत के बाद सोशल मीडिया पर कई और हैशटैग भी ट्रेंड करने लगे। इनमें एनकाउंटर, अतीक अहमद, यूपी पुलिस, यूपी एसटीएफ, गुड्डू मुस्लिम, असद अहमद, बाबा, विकास दुबे जैसे हैशटैग पर लोगों ने प्रतिक्रियाएं दीं। इनमें जहां लोग यूपी एसटीएफ की कार्रवाई की सराहना कर रहे थे, वहीं अतीक अहमद के गुनाहों और उसके बेटे की हरकतों पर चर्चा कर रहे थे। उपयोगकर्ताओं ने आदित्यनाथ की अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति की भी सराहना की।